Edited By Ruby,Updated: 12 Apr, 2018 04:55 PM
संसद सत्र ठप्प किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जहां इसका विरोध जताते हुए खुद उपवास रखा। वहीं मेरठ में भी भाजपा सांसद के साथ दूसरे भाजपा जनप्रतिनिधियों ने भी सामूहिक रूप से उपवास रखते हुए अपना विरोध दर्ज कराया। वहीं इस कार्यक्रम के दौरान
मेरठ (आदिल रहमान): बजट सत्र में विपक्ष द्वारा संसद की कार्यवाही न चलने देने के विरोध में भाजपा सांसद व कार्यकर्ता गुरुवार को देश भर में उपवास और धरना कार्यक्रम कर रहे हैं। पीएम मोदी से लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तक सभी ने उपवास किया है। इसी कड़ी में मेरठ में भी भाजपा सांसद और कार्यकर्ताओं ने भी उपवास रख अपना विरोध दर्ज कराया।
इस दौरान यूपी बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई ने अपनी ही सरकार के अधिकारियों को सवालों के घेरे में खड़ा किया। लक्ष्मीकांत ने कहा कि दलित आंदोलन में आरोपी बनाकर कुछ लोगों को गलत गिरफ्तार किया गया है जबकि इसमें दलित और सवर्ण दोनों ही बिरादरी के लोग शामिल थे। उन्होंने अपनी ही सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों को धमकाते हुए कहा कि अगर उनकी मंशा सरकार के प्रति ठीक नहीं होगी तो ठीक कर दी जाएगी।
बता दें कि मेरठ के कमिश्नरी पार्क में भाजपाइयों ने सामूहिक रूप से उपवास रखकर संसद सत्र ठप्प किए जाने का विरोध जताया। उनका कहना है कि कांग्रेस ने संसद नहीं चलने दिया जिसके चलते बहुत से विकास कार्यों और मुद्दों पर होने वाली चर्चा नहीं हो सकी।