Edited By Pooja Gill,Updated: 17 Oct, 2024 02:49 PM
Mahakumbh 2025: कुंभ मेले की भीड़ में अपनों के बिछड़ने की सिनेमाई घटनाएं अब गुजरे दिनों की बातें रह जाएंगी। प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ-2025 के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अत्याधुनिक खोया-पाया प्रणाली शुरू करने की तैयारी की है...
Mahakumbh 2025: कुंभ मेले की भीड़ में अपनों के बिछड़ने की सिनेमाई घटनाएं अब गुजरे दिनों की बातें रह जाएंगी। प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ-2025 के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अत्याधुनिक खोया-पाया प्रणाली शुरू करने की तैयारी की है। कुंभ मेले में अब अगर कोई अपनों से बिछड़ेगा तो उसे जल्द से जल्द परिवार से मिला दिया जाएगा। कुंभ मेले का जिक्र होते ही जहन में सबसे पहले कई फिल्मी कहानियां कौंधती हैं, जिनमें भाई-भाई, मां-बेटा या प्रेमी-प्रेमिका भीड़ में एक-दूसरे से बिछड़ जाते थे। बिछड़ने का यह दृश्य बॉलीवुड की कई पुरानी फिल्मों में बड़े भावनात्मक रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। प्रदेश सरकार ने ‘फिल्मी महाकुंभ' में लोगों के खोने और फिर सालों बाद मिलने की इस धारणा को तोड़ने की पूरी तैयारी कर ली है।
'कुंभ मेले में हर व्यक्ति का ध्यान रखा जाएगा'
राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, प्रयागराज मेला प्राधिकरण और पुलिस विभाग ने मिलकर इस बार के महाकुंभ मेले में उच्च तकनीक से युक्त खोया-पाया पंजीकरण प्रणाली लागू करने की तैयारी की है। बयान के मुताबिक, यह नई पहल सुरक्षा, जिम्मेदारी और तकनीक का अद्भुत संगम है, जो महाकुंभ मेले को सुरक्षित और सुखद अनुभव बना देगी। इसमें कहा गया है कि अब कुंभ मेले में हर व्यक्ति का ध्यान रखा जाएगा, कोई भी अब अपनों से नहीं बिछड़ेगा और ऐसा हुआ भी तो वह जल्द से जल्द अपने परिवार से मिल सकेगा।
खोया-पाया केंद्रों में होगा खोए हुए व्यक्तियों का डिजिटल पंजीकरण
बयान के अनुसार, अब इन ‘हाई-टेक' खोया-पाया केंद्रों में खोए हुए व्यक्तियों का डिजिटल पंजीकरण होगा जिससे उनके परिवार या मित्र आसानी से उन्हें खोज सकेंगे। इसके मुताबिक, साथ ही सभी लापता व्यक्तियों के लिए केंद्रों पर उद्घोषणा की जायेगी और खोया-पाया केंद्रों में हर खोये हुए व्यक्ति का पंजीकरण तुरंत किया जाएगा और उसकी जानकारी को अन्य केंद्रों और सोशल मीडिया मंचों जैसे फेसबुक और एक्स पर भी प्रसारित की जाएगी। बयान में कहा गया है कि यह व्यवस्था महाकुंभ मेले को न केवल सुरक्षित बनाएगी, बल्कि परिवारों को जल्दी और आसानी से अपने प्रियजनों से जोड़ने का काम भी करेंगी। बयान के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति कुंभ मेले में अपनों से बिछड़ जाता है तो सुरक्षित, व्यवस्थित और जिम्मेदार प्रणाली के तहत उसका ख्याल रखा जाएगा।