Edited By Ajay kumar,Updated: 03 Apr, 2020 05:56 PM
उत्तर प्रदेश में पीलीभीत जिले के गजरौला क्षेत्र में घर में सो रहे दो लोगों को गुरूवार रात बाघ ने अपना निवाला बना लिया। पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) उप निदेशक नवीन खंडेलवाल ने शुक्रवार को बताया कि रिछोला निवासी निन्दर...
पीलीभीत: उत्तर प्रदेश में पीलीभीत जिले के गजरौला क्षेत्र में घर में सो रहे दो लोगों को गुरूवार रात बाघ ने अपना निवाला बना लिया। पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) उप निदेशक नवीन खंडेलवाल ने शुक्रवार को बताया कि रिछोला निवासी निन्दर सिंह (50) अपने खेत पर नौकर ढेरम मडरीया सहराई निवासी डोरीलाल उर्फ छोटालाल (28) के साथ गेहूं की रखवाली कर रहे थे। दोनों खेत में ही बने कमरे के अंदर सो रहे थे। सोते समय बाघ ने किसानों पर हमला कर दिया और उन्हें कमरे से करीब 500 मीटर दूरी तक खींच कर ले गया। बाघ के हमले से दोनों की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि परिजनों ने शव उठाने का विरोध किया लेकिन सरकार द्वारा मृतक के परिजनों को मुआवजे की धनराशि दिलाई जाने के आश्वासन के बाद शव उठाये जा सके। इस क्षेत्र में पिछले दस दिन में यह तीसरी घटना है। अब तक इलाके में बाघ चार लोगो को अपना निवाला बना चुका है।
प्रमुख वन संरक्षक की अनुमति मिलने के बाद बाघ को पकड़ने के लिए डॉ सुनील राठौड़ और डॉ दक्ष के नेतृत्व में दो टीम बनाई गई थी। बाघ को जंगल के निकट स्थित किसान नर्सरी के पास ट्रेनुकलाइज कर पिंजरे में डाल दिया गया। श्री खंडेलवाल ने ऑपरेशन की सफलता की जानकारी देते हुए बताया कि बाघ को लखनऊ चिड़ियाघर भेजने की तैयारी की जा रही है। बाघ पकड़ने की प्रक्रिया पीलीभीत टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर डॉएच राजमोहन के निर्देशन में कराई गई। फिलहाल बाघ को चिकित्सक की निगरानी में रखा गया है।