Edited By Anil Kapoor,Updated: 04 Feb, 2025 04:02 PM
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में आस्था के विविध रंग देखने को मिल रहे हैं और देशभर से आए साधु-संतों की जीवनशैली लोगों को खासा प्रभावित कर रही है। ऐसे ही एक संत हैं मौनी बाबा, जो पिछले 6 वर्षों से मौन व्रत पर हैं। मौन रहने के कारण वे संवाद के लिए डायरी का...
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में आस्था के विविध रंग देखने को मिल रहे हैं और देशभर से आए साधु-संतों की जीवनशैली लोगों को खासा प्रभावित कर रही है। ऐसे ही एक संत हैं मौनी बाबा, जो पिछले 6 वर्षों से मौन व्रत पर हैं। मौन रहने के कारण वे संवाद के लिए डायरी का सहारा लेते हैं और सामने वाले को लिखकर जवाब देते हैं।
मौनी बाबा का असली नाम है निरंजनी हरिओम भारती
मिली जानकारी के मुताबिक, मौनी बाबा का असली नाम श्री निरंजनी हरिओम भारती है और वे महाकुंभ में पंचायती अखाड़े के केदार धाम से आए हैं। उनके आश्रम में दिन के तीनों वक्त का भंडारा चलता है। हाल ही में एक निजी न्यूज चैनल की टीम उनके आश्रम पहुंची, जहां गरमा गरम गाजर का हलवा बन रहा था, जबकि मौनी बाबा डमरू बजाते हुए अपनी दिनचर्या में व्यस्त थे।
अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगा मौनी बाबा का मौन व्रत
मौन व्रत पर रहने वाले मौनी बाबा ने डायरी पर लिखा कि उनका यह व्रत कब तक चलेगा, यह केवल केदार बाबा ही जानते हैं। फिलहाल उनका मौन व्रत अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि वे शुरुआत से ही महाकुंभ में हैं और अब रायपुर की ओर बढ़ेंगे, जहां वे महाशिवरात्रि मनाएंगे।
सीएम योगी से मिल चुके हैं मौनी बाबा
मौनी बाबा ने आगे लिखा कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिल चुके हैं और मौन व्रत के बारे में उन्हें पत्र के माध्यम से सूचित किया था। यह पत्र उन्होंने अपने हाथों से मुख्यमंत्री को गोरखपुर में सौंपा था। उन्होंने कहा कि वे हठयोगी नहीं हैं, बल्कि यह भगवान की कृपा है, जो उन्हें इस व्रत की शक्ति दे रही है।
बता दें कि महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी को हुई थी और इसका समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन 'अमृत स्नान' के साथ होगा। इस बीच 12 फरवरी 2025 को माघ पूर्णिमा (पर्व स्नान) और 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि (पर्व स्नान) का महत्व है।