Edited By Imran,Updated: 09 Nov, 2024 01:48 PM
उत्तर प्रदेश की धर्मनगरी में एक खबर ने सबकी नींद उड़ा दिया है। बनारस के एक गांव में सरकारी विभाग से आये मैसेज से लगभग 40 परिवारों के सम्मान पर संकट बन आया है। दअरसल हुआ ये की दीपावली के दिन आये मैसेज में कुंवारी लड़कियों को गर्भवती बता दिया है। इस...
वाराणसी: उत्तर प्रदेश की धर्मनगरी में एक खबर ने सबकी नींद उड़ा दिया है। बनारस के एक गांव में सरकारी विभाग से आये मैसेज से लगभग 40 परिवारों के सम्मान पर संकट बन आया है। दअरसल हुआ ये की दीपावली के दिन आये मैसेज में कुंवारी लड़कियों को गर्भवती बता दिया है। इस मैसेज के आने के बाद गांव से लेकर जिला प्रशासन तक कोहराम मच गया है।
आखिर ये गलती हुई कैसे?
मामले की जांच जब अधिकारियों द्वारा की गई तो सब स्तब्ध रह गए, असल मे पता चला कि पूरे मामले के पीछे एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री की गलत जानकारी भेजना ही गलती है। इस विषय को लेकर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने विभागीय जांच का आदेश दे दिया है। वाराणसी की रमना ग्राम पंचायत के एक मजरे मलहिया गांव में दीपावली के दिन मोबाइल पर आया बाल विकास पुष्टाहार का मैसेज बम की तरह से फूटा। इस मैसेज में लिखा था कि, पोषण ट्रैकर में आपका स्वागत है। एक स्तनपान कराने वाली मां के रूप में आप हॉट कुक्ड मील या राशन परामर्श, बाल स्वास्थ्य निगरानी और गृह भ्रमण के माध्यम से स्तनपान सहायता जैसी सेवाओं का लाभ आंगनबाड़ी केंद्र से उठा सकती हैं।
बस इस मैसज को पढ़ते ही इन कुंवारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। परिवारीजनों से इसकी शिकायत की तो वे भी हैरत में पड़ गए। बात भी ऐसी की किसी से कहा नही जा सकता। फिर भी उन्होंने तुरंत सम्बंधित आंगनबाड़ी कार्यकत्री को फोन किया। जहां पर उपयुक्त उत्तर नही मिलने से युवतियो के पालकों ने ग्राम प्रधान से मामले की शिकायत की। फिर मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा तो सब सकते में पड़ गए। हालांकि मुख्य विकास अधिकारी ने इसे मानवीय भूल करार दिया है।
इसलिए आया था मैसेज ?
वाराणसी के गंगा तट के पास स्थित रमना गांव की 40 कुंआरी लड़कियों के मोबाइल पर एक मैसेज आया जिसमें लिखा था- 'पोषण ट्रैकर में आप का स्वागत है। एक स्तनपान कराने वाली मां के रूप में आप हॉटकुक्ड मील या राशन, परामर्श, बाल स्वास्थ्य निगरानी और ग्रहभ्रमण के माध्यम से स्तनपान जैसी सेवाओं का लाभ आगनबाड़ी केंद्र की सहायता से उठा सकती हैं।