चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के छात्र पढ़ेंगे योगी का 'हठयोग', बाबा रामदेव सहित कई हस्तियां कोर्स में शामिल

Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 31 May, 2021 05:27 PM

meerut students of chaudhary charan singh university will study

यूपी के मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुस्तक हठयोग का स्वरूप और साधना समेत कई नामचीन हस्तियों की पुस्तकों को कोर्स में शामिल कर लिया है। यानी अब चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के स्नातक के छात्र अब योगी...

मेरठः यूपी के मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुस्तक हठयोग का स्वरूप और साधना समेत कई नामचीन हस्तियों की पुस्तकों को कोर्स में शामिल कर लिया है। यानी अब चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के स्नातक के छात्र अब योगी आदित्यनाथ, रामदेव, बशीर बद्र समेत कई ऐसे नामचीन हस्तियों की पुस्तके पढ़ेंगे, जो समाज के लिए एक उदाहरण है। विश्वविद्यालय की इस पहल को लेकर छात्रों में भी खासा उत्साह है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से छात्र अपनी स्नातक और हायर स्टडीज कर रहे हैं और ऐसे में अब यह छात्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बाबा रामदेव और बशीर बद्र ,डॉ कुंवर बेचैन जैसे नामचीन हस्तियों की पुस्तक पड़ेंगे। दरअसल, दर्शन शास्त्र विषय की बोर्ड ऑफ स्टडीज ने योगी आदित्यनाथ और रामदेव दोनों शख्सियतों की लिखी हुई पुस्तकों को पाठ्यक्रम में शामिल कर लिया है। इसी के साथ जग्गी वासुदेव की ईशा क्रिया ओशो को भी कोर्स का हिस्सा बनाया गया है। 

वहीं बीए उर्दू में प्रसिद्ध शायर डॉ बशीर बद्र गीतकार डॉ कुंवर बेचैन को भी शामिल किया गया है। दर्शनशास्त्र के कन्वीनर की मानें तो बीए दर्शनशास्त्र में अप्लाइड एथिक्स और एप्लाइड योगा दो ने माइनर विषय होंगे। यानी किसी भी फैकल्टी का छात्र इन पेपरों को पढ़ सकेगे। उनकी मानें तो अप्लाइड योगा में भारतीय योग संस्कृति और दर्शन पढ़ाया जाएगा। इसमें सहज योग, हठयोग, विपश्यना और कुंडलिनी पढ़ाई जाएगी।

आगामी जुलाई से प्रस्तावित नई शिक्षा नीति में विश्वविद्यालयों को स्नातक के लिए विश्वविद्यालय को 30 परसेंट कोर्स अपनी जरूरत के अनुसार तैयार करने का अधिकार दिया गया है। जिसके तहत चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने इन नामचीन हस्तियों को चमकाने का काम किया है। इसी अधिकार के तहत विश्वविद्यालय ने कुंवर बेचैन, विष्णु प्रभाकर, संतोष आनंद, कन्हैयालाल मिश्र, दुष्यंत कुमार, शमशेर बहादुर जैसे स्थानीय नामचीन साहित्यकारों को जगह दी है। बल्कि भारतीय पुरातन विज्ञान में आर्यभट्ट और भास्कराचार्य जैसे महान हस्तियों को भी कोर्स में जोड़ा है।

हालांकि इस समय कोरोना कर्फ्यू का दौर है विश्वविद्यालय लगभग बंद पड़ा है, लेकिन उसके बावजूद भी इन सब नामचीन हस्तियों को पाठ्यक्रम में शामिल करने से छात्रों में भी खासा उत्साह है। बड़ी संख्या में छात्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन और उनसे जड़ी की बातों में रुचि रखते हैं। छात्र जानना चाहते हैं कि कैसे एक मामूली परिवार में जन्में व्यक्ति पहले महंत बने और फिर उत्तर प्रदेश के सफल मुख्यमंत्री के रूप में काम कर रहे हैं।

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