Edited By Mamta Yadav,Updated: 29 Oct, 2024 03:40 PM
प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर योगी सरकार द्वारा तमाम दावे किए जा रहे हैं लेकिन, धरातल पर सच्चाई कुछ और ही है। एक ओर अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है तो वहीं दूसरी ओर प्राइवेट अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही से लोगों की जिंदगियां खतरे में...
Meerut News, (आदिल रहमान): प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर योगी सरकार द्वारा तमाम दावे किए जा रहे हैं लेकिन, धरातल पर सच्चाई कुछ और ही है। एक ओर अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है तो वहीं दूसरी ओर प्राइवेट अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही से लोगों की जिंदगियां खतरे में पढ़ रही हैं। ऐसा ही एक मामला मेरठ से सामने आया है। जहां एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान नवजात की मौत हो गई। जिससे किसानों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया और किसानों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक नवजात के शव को रखकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान घंटों तक हंगामा चलता रहा जिसके बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने किसी तरह हंगामा कर रहे किसानों को समझा बुझाकर शांत कराते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
दरअसल, मेरठ के देहात क्षेत्र के थाना मुंडाली क्षेत्र के गांव भगवानपुर चट्टावन के रहने वाले अरविंद की पत्नी को प्रसव के लिए मेरठ के गढ़ रोड स्थित अजय हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां शादी के 8 साल बाद अरविंद की पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया। बताया जा रहा है कि चार दिन पहले अस्पताल के डॉक्टर ने मां बेटे को अस्पताल से डिस्चार्ज कर घर भेज दिया था। जिसके बाद कल नवजात की तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद आनन-फानन में परिजन नवजात को लेकर अजय हॉस्पिटल पहुंचे जहां उपचार के दौरान नवजात की मौत हो गई। जिसकी सूचना मिलने पर हड़कंप मच गया। इस दौरान मृतक नवजात के पिता ने घटना की सूचना भारतीय किसान यूनियन भानू गुट के जिला अध्यक्ष कुलदीप तोमर को दी तो भारी तादात में किसान अस्पताल पहुंचे और मृतक नवजात के शव को रखकर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान मृतक नवजात के परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। घंटों तक चले इस प्रदर्शन से हड़कंप मच गया।
मृतक नवजात के परिजन सचिन तोमर ने आरोप लगाया कि अस्पताल ने डिलीवरी के बाद जन्में उनके नवजात की सफाई नहीं की गई जिसके चलते उसके पेट में पानी भर गया था और उसकी वजह से इंफेक्शन फैल गया जिसके चलते मासूम की मौत हो गई। वहीं इस मामले पर स्वास्थ्य अधिकारियों के द्वारा पीड़ितों को मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया।