Edited By Anil Kapoor,Updated: 31 May, 2024 08:10 AM
Lok Sabha Elections 2024: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिर्जापुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहीं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पर निशाना साधते हुए कहा कि क्षेत्र की जनता आरक्षण विरोधी भाजपा और उनके स्वार्थी साथियों को सबक सिखाने के...
Lok Sabha Elections 2024: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिर्जापुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहीं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पर निशाना साधते हुए कहा कि क्षेत्र की जनता आरक्षण विरोधी भाजपा और उनके स्वार्थी साथियों को सबक सिखाने के लिए उनके पैरों तले से कालीन खींचने को तैयार बैठी है। यादव ने ‘एक्स' पर मौजूदा सांसद अनुप्रिया पटेल का बिना नाम लिये उन पर निशाना साधते हुए एक पोस्ट में कहा कि मिर्जापुर की जनता आरक्षण विरोधी भाजपा और उनके स्वार्थी साथियों को सबक़ सिखाने के लिए, उनके पैरों तले से क़ालीन खींचने को तैयार बैठी है। उन्होंने कहा कि मिर्ज़ापुर की जनता दुखदायी भाजपा सरकार की सहयोगी पार्टी ‘अपना दल' के शीर्ष नेतृत्व से पूछ रही है,‘अपना दल' पिछड़ों के आरक्षण का विरोधी क्यों है?'
'डबल इंजन के अलावा घर में दो-दो मंत्री होते हुए भी मिर्ज़ापुर के विकास का इंजन स्टार्ट क्यों नहीं हुआ?'
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अखिलेश यादव ने कहा कि डबल इंजन के अलावा घर में दो-दो मंत्री होते हुए भी मिर्ज़ापुर के विकास का इंजन स्टार्ट क्यों नहीं हुआ? मिर्जापुर के किसानों के खेत अच्छी पैदावार की आस में सूखे-सूने क्यों रह गए? किसानों के लिए (उन्होंने) कुछ क्यों नहीं किया ? युवाओं के लिए नौकरी के नए अवसर स्थानीय स्तर पर (उन्होंने) पैदा क्यों नहीं किए और जो कारख़ाने थे उनमें (उन्होंने) रोज़गार क्यों नहीं दिलवाया?''
'महिला होते हुए भी महिलाओं के अपमान और तिरस्कार पर (वह) चुप क्यों रहीं?'
सपा प्रमुख ने पूछा कि मंत्री रहते हुए भी मिर्ज़ापुर में (उन्होंने) नए उद्योग-कारख़ाने क्यों नहीं लगाए- मिर्ज़ापुर के कारोबार को जीएसटी के भ्रष्टाचार की मार से बचाने के लिए (उन्होंने) कोई क़दम क्यों नहीं उठाया? मिर्ज़ापुर के क़ालीन उद्योग को पूँजीपतियों के फ़ायदे के लिए बंद होने के कगार तक वे क्यों ले गये? महंगाई की मार झेल रहे मिर्ज़ापुर के लोगों की कमाई बढ़ाने के लिए या कालीन बनाने की बढ़ती लागत घटाने के लिए उन्होंने कोई भी कोशिश क्यों नहीं की? महिला होते हुए भी महिलाओं के अपमान और तिरस्कार पर (वह) चुप क्यों रहीं? आदिवासियों के उत्पीड़न, अत्याचार, शोषण और अपमान से बचाने के लिए (उन्होंने) कोई प्रयास क्यों नहीं किया?''
'मिर्ज़ापुर ने बदलाव के तानेबाने पर जनता की सरकार के स्वागत के लिए नयी उम्मीदों का नया क़ालीन बना लिया'
उन्होंने दावा किया कि मिर्ज़ापुर ने बदलाव के तानेबाने पर जनता की सरकार के स्वागत के लिए नयी उम्मीदों का नया क़ालीन बना लिया है। उन्होंने कहा कि मिर्ज़ापुर की जनता ‘इंडिया गठबंधन' के सपा प्रत्याशी रमेश चंद बिंद जी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल' का बटन दबाकर और उन्हें ऐतिहासिक वोटों से जिताकर इतिहास बनाने जा रही है।