Edited By Imran,Updated: 12 Oct, 2025 01:07 PM

23 माह में सीतापुर जेल से रिहा होकर अपने घर पहुंचे आजम खान से मिलने के लिए नेताओं का आना-जाना चल रहा है समाजवादी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मिलने आना चाहते हैं, लेकिन उनको आजम खान की ओर से हरी झंडी नहीं मिल रही। वहीं सपा को निशाने पर लेने वाले मौर्य...
रामपुर ( रवि शंकर ): 23 माह में सीतापुर जेल से रिहा होकर अपने घर पहुंचे आजम खान से मिलने के लिए नेताओं का आना-जाना चल रहा है समाजवादी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मिलने आना चाहते हैं, लेकिन उनको आजम खान की ओर से हरी झंडी नहीं मिल रही। वहीं सपा को निशाने पर लेने वाले मौर्य समाज के बड़े नेता स्वामी प्रसाद मौर्य आजम खान से मिलने उनके घर पहुंचे तो उनकी जमकर आओ भगत हुई।
दोनों के बीच 2 घंटे से ज्यादा हुई मुलाकात
पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य आजम खान के घर पहुंचे 2 घंटे से अधिक मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने आजम खान पर इमरजेंसी से भी ज्यादा अत्याचार किए हैं। वह उनसे मिलने आए थे यह पूछे जाने पर के क्या इसके कोई राजनीतिक मानते हैं। उन्होंने कहा राजनीति में कुछ भी हो सकता है लेकिन अभी कुछ भी कहना बेहद जल्दबाजी होगी आगे आगे देखिए होता है क्या।
'आजम खां पर राजनीतिक द्वेष से कार्रवाई’
आजम खान से मिलने के बाद मीडिया से रूबरू हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा,, आजम खान उत्तर प्रदेश के बहुत बड़े नेता हैं। दर्जनों बार विधानसभा, लोकसभा, राष्ट्रसभा में इन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है और आजम खान एक विचार हैं लेकिन भाजपा सरकार ने जिस तरीके से राजनीतिक दुर्भागियों से पीड़ित होकर और मुसलमान होने के कारण मुर्गी चोरी, बकरी चोरी जैसे घटिया आरोप लगा करके सालों साल जेल में पूरे परिवार को डाला जो वाक्य निंदनीय हैं। इस प्रकार का अत्याचार इमरजेंसी में भी किसी के साथ नहीं हुआ था जो भाजपा सरकार ने आजम खान के साथ किया है। इसकी मैं निंदा करता हूं क्योंकि लोकतंत्र में इस तरीके से राजनीतिक दुर्भाग्य से किया गया कार्य या दुश्मनी का कोई स्थान नहीं है। लोकतंत्र में विचार की राजनीति की जाती है हो सकता है एक दूसरे के विचारधारा टकराती हो लेकिन इस आधार पर हम उससे दुश्मनी निभाएं लोकतंत्र इसकी मान्यता नहीं देता।
सवाल- 2027 के चुनाव को कैसे देख रहे हैं?
इस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा,, 2027 में क्योंकि भाजपा सभी मुद्दों पर फेल हुई गलत नीतियों से गलत पैमाने पर करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए। किसानों को लाभ कार्य नहीं दिया। 27 लाख से ज्यादा स्कूल जिसमें गरीबो के बच्चे पढ़ते हैं। योगी सरकार उसको बेच के आज बड़े-बड़े थालिसाओं के हाथों में बेचने की कोशिश कर रही थी। अपनी जनता पार्टी ने इसका विरोध किया सरकार बैक फुट पर आई स्कूल ना बंद होने की घोषणा भी किया लेकिन अभी भी जिन स्कूलों में ताले लग गए थे तमाम ऐसे स्कूल हैं जिनके तले अभी तक नहीं खुले हैं ।
सामने बैठते थे कभी मैं सत्ता में तो आजम खान विरोध में, कभी आजम खान साहब सत्ता में तो हम विरोध में लेकिन अलग-अलग रहते हुए भी हम एक दूसरे का सम्मान करते रहे इसलिए आज उनका हाल-चाल पूछने के लिए आए हैं और साथ ही साथ जो उनके साथ उत्पीड़न हुआ है उसकी मैं निंदा भी करता हूं यह दुखद है राजनीति में ऐसा नहीं होना चाहिए।