Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Oct, 2021 05:03 PM
भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग करने वाले तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास 2 अक्टूबर की दोपहर 12 बजे सरयू नदी में जलसमाधि लेने की जिद पर अड़े थे। उनकी जिद को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया।
आयोध्या: भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग करने वाले तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास 2 अक्टूबर की दोपहर 12 बजे सरयू नदी में जलसमाधि लेने की जिद पर अड़े थे। उनकी जिद को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया। पूरा दिन महंत परमहंस के समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर बवाल काटा गया। वहीं, उनकी सुरक्षा को लेकर आसपास के इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
बता दें कि पुलिस प्रशासन के लाख समझाने के बाद भी परमहंस दास जलसमाधि लेने की जिद करते रहें। हाउस अरेस्ट होने के बाद भी भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग करते रहें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ‘मैं सरयू से जल भी मंगा के रखा हूं अगर सरकार मेरी मांगो को सरकार पूरा नहीं करेगी तो इसी जल में नाक डुबोकर जल समाधि ले लूंगा’। वहीं, शनिवार को सुबह पूजा अर्चना करने के बाद उन्होंने कही कि देश के लिए जान भी चली जाए तो कोई फर्क नही पड़ता, जितनी बार पैदा होंगे उतनी बार देश के लिए शहीद होंगे। फिलहाल महंत परमहंस अभी पुलिस के निगरानी में है।
गौरतलब है कि कुछ माह पूर्व महंत परमहंस भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने को लेकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को पत्र भी लिखा था। जिसके बाद आत्मदाह करने का ऐलान किया था, लेकिन चिता पर बैठने के पहले ही आयोध्या पुलिस पहुंच गई और उन्हें मनाकर आत्मदाह करने से रोक लिया। उसके बाद महंत परमहंस ने 2 अक्टूबर को सरयू नदी में जलसमाधि लेने का ऐलान किया था।