Edited By Purnima Singh,Updated: 21 Mar, 2025 02:00 PM

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के बहुचर्चित प्रोफेसर अश्लील वीडियो-फोटो कांड में आरोपी रजनीश कुमार को पुलिस ने प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है। कई दिनों से पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। प्रोफेसर रजनीश के पीसी बागला डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाली...
हाथरस : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के बहुचर्चित प्रोफेसर अश्लील वीडियो-फोटो कांड में आरोपी रजनीश कुमार को पुलिस ने प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है। कई दिनों से पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। प्रोफेसर रजनीश के पीसी बागला डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करते वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया था। जिसके बाद से आरोपी प्रोफेसर फरार चल रहा था। बता दें कि प्रोफेसर रजनीश की 50 से भी अधिक छात्राओं के साथ अश्लील हरकत करते वीडियो सामने आई हैं।
प्रोफेसर 20 साल से छात्राओं का कर रहा था शोषण
आपको बता दें कि पिछले दिनों महिला आयोग के साथ-साथ उच्चाधिकारियों को एक शिकायती पत्र भेजा गया था। छुपे हुए नाम से भेजे गए इस शिकायती पत्र में शिकायतकर्ता ने खुद को पीड़ित छात्रा बताया था। पत्र में कहा गया था कि बागला कॉलेज का भूगोल विभाग का प्रोफेसर डॉ रजनीश पिछले 20 साल से छात्राओं का लगातार यौन शोषण कर रहा है और उनकी अश्लील वीडियो और फोटो बना लेता है। पीड़ित छात्रा ने सबूत के तौर पर प्रोफेसर के अश्लील फोटो भी भेजे थे।
सरकारी नौकरी और अच्छे नंबर दिलाने के बहाने करता यौन शोषण
आरोपी प्रोफेसर छात्राओं को सरकारी नौकरी दिलाने और एग्जाम में अच्छे नंबर दिलाने के बहाने उनके करीब जाता और फिर मौका पाकर उनकी अश्लील वीडियो बना लेता था। जिसके बाद उन्हीं वीडियो के नाम पर उन्हें धमकाकर उनका यौन शोषण करता था।
ऐसे चोरी-छिपे वीडियो रिकॉर्ड करता था प्रोफेसर
एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि प्रोफेसर रजनीश कुमार के पास से 1 मोबाइल, 1 लैपटॉप आदि सामान बरामद किया गया है। आरोपी प्रोफेसर ने अपने फोन और लैपटॉप में एक ऐसा सॉफ्टवेयर इंस्टाल किया था, जिसमें फ्रंट स्क्रीन ऑफ रहती थी लेकिन बैकग्राउंड में वीडियो रिकॉर्ड होती रहती थी। बता दें कि इसी सॉफ्टवेयर का गलत इस्तेमाल करके प्रोफेसर ने 2019 में कॉलेज की एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के साथ दुष्कर्म किया था। फिर डिग्री कॉलेज की कई छात्राओं को भी अपनी हवस का शिकार बनाया था।