Edited By Purnima Singh,Updated: 06 Aug, 2025 05:02 PM

सरकार ने विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। नए नियमों से आम जनता को राहत मिलेगी। विवाह पंजीकरण के पुराने नियमों में कुछ खामियां थीं .....
शाहजहांपुर: सरकार ने विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए नियमों में बड़े बदलाव किए हैं। नए नियमों से आम जनता को राहत मिलेगी। विवाह पंजीकरण के पुराने नियमों में कुछ खामियां थीं। अब इन खामियों को खत्म करने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब विवाह पंजीकरण और प्रभावी होगा।
परिवार के सदस्यों की सहमति और मौजूदगी आवश्यक - हाईकोर्ट का आदेश
पिछले कुछ समय से लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे थे, जिसमें जोड़े परिवार की सहमति के बिना विवाह पंजीकरण करा लेते थे। फिर उच्च न्यायालय इलाहाबाद की ओर से जून में आदेश पारित किया गया कि अब विवाह पंजीकरण कराने के लिए परिवार के सदस्यों की सहमति होना और विवाह के समय उनकी मौजूदगी होना आवश्यक है।
जोड़ों को मानने होंगे ये नियम
इसके अलावा, विवाह पंजीकरण को और प्रभावी बनाने के लिए कुछ और शर्तों का भी पालन करना होगा। शर्तों का उल्लंघन करने पर विवाह पंजीकरण नहीं हो सकेगा। सबसे पहले धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार मंदिर या संबंधित धार्मिक स्थल में जोड़े को शादी करनी होगी। शादी के वक्त अगर परिजन मौजूद नहीं है तो विवाह संपन्न कराने वाले पंडित या फिर जो व्यक्ति विवाह को संपन्न कर रहा है, उसको विवाह पंजीकरण के समय पंजीकरण अधिकारी के सामने होना जरूरी है।
शादी की वीडियो रिकॉर्डिंग करनी होगी पेश
पुरोहित को विवाह पंजीकरण के समय एक शपथ पत्र भी देना होगा। पुरोहित को शपथ पत्र देते समय अपना पूरा नाम, पिता का नाम, स्थायी पता और वर्तमान पता के साथ-साथ आधार कार्ड की छाया प्रति और कोई एक अन्य पहचान पत्र, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज का फोटोग्राफ देना होगा। इसके अलावा शादी का वीडियो रिकॉर्ड कर पेन ड्राइव में विवाह पंजीकरण अधिकारी के समक्ष पेश करना होगा। जोकि अग्रिम आदेशों तक कार्यालय में संरक्षित रखा जाएगा।