Edited By Deepika Rajput,Updated: 22 Aug, 2019 12:16 PM
हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए आठ लाख क्यूसेक पानी के कारण नोएडा में यमुना ने विकराल रूप धारण कर लिया है। इससे जिले के 77 गांवों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। जिला प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है।
नोएडाः हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए आठ लाख क्यूसेक पानी के कारण नोएडा में यमुना ने विकराल रूप धारण कर लिया है। इससे जिले के 77 गांवों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। जिला प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है।
जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि मंगलवार को ओखला बैराज पर 77,429 क्यूसेक पानी था, जो बुधवार दोपहर बढ़कर 1,23,000 क्यूसेक हो गया। पानी का स्तर बढ़ने से यमुना के दोनों तटबंध और आसपास के क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। यमुना खादर में फसल को भारी नुकसान हुआ है। धान, बाजरा, ज्वार की फसल बर्बाद हो गई है। बाढ़ से निपटने के लिए 17 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं, जो 24 घंटे कार्य कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि गांवों में पानी भरने लगा है, जिसकी वजह से लोगों की दिनचर्या काफी प्रभावित हो रही है। गांवों में पानी में फंसे लोगों को निकालकर प्राथमिक स्कूलों में ठहराने की व्यवस्था की जा रही है। जिन गांवों में बाढ़ का ज्यादा खतरा है, उनमें बदौली, झट्टा, कुंडली, मोमनाथल, मोतीपुर, मोहियापुर, छपरौली, मेहंदीपुर बांगर, चंडीगढ़, फलैदा, सिरौली बांगर, करौली बांगर, घरबरा, लतीफपुर आदि हैं।