Edited By Pooja Gill,Updated: 16 Mar, 2023 11:32 AM

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बिजली कर्मियों ने आज यानी 16 मार्च से पूरे प्रदेश में 3 दिवसीय सांकेतिक हड़ताल (strike) करने का ऐलान कर दिया है। ये ऐलान विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने किया। ये हड़ताल विद्युत विभाग प्रबंधन के साथ हुए...
लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बिजली कर्मियों ने आज यानी 16 मार्च से पूरे प्रदेश में 3 दिवसीय सांकेतिक हड़ताल (strike) करने का ऐलान कर दिया है। ये ऐलान विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने किया। ये हड़ताल विद्युत विभाग प्रबंधन के साथ हुए समझौते की शर्तें को न मानने पर नाराज विद्युत कर्मचारियों द्वारा की जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी पत्र भेजकर अपनी मांगे पूरी करने की अपील की।

मिली जानकारी के मुताबिक, विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति (Electricity Employees Joint Struggle Committee) के नेताओं का कहना है कि, 3 दिसंबर को ऊर्जा मंत्री की मौजूदगी में हुए समझौते का पालन नहीं हो पा रहा है। जिस वजह से बिजली कर्मी आक्रोशित है। इसी पर उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की आमसभा में 16 मार्च को पूरे प्रदेश में 72 घंटे के लिए हड़ताल करने फैसला लिया है।
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ऊर्जा मंत्री ने मांगों पर विचार करने के लिए मांगा था 15 दिन का समय
समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि, ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन की हठवादिता के चलते बिजली कर्मियों पर हड़ताल थोपी जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले साल तीन दिसंबर को हुए समझौते में ऊर्जा मंत्री ने मांगों पर विचार करने के लिए 15 दिन का समय मांगा था मगर 112 दिन बीतने के बाद भी समझौते के प्रमुख बिन्दुओं के क्रियान्वयन की दिशा में कुछ भी कदम नहीं उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ओबरा और अनपरा ताप संयंत्र की 800-800 मेगा वाट की नई इकाईयां को उत्पादन निगम से छीन कर एनटीपीसी को दिए जाने, पारेषण के निजीकरण को रोकने व अन्य न्यायोचित मांगों के सार्थक समाधान किए जाने समेत अन्य मांगों को पूरा करने के बजाय शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन कर रहे बिजली कर्मियों को पुलिस उत्पीड़न की धमकी दी जा रही है।