Edited By Umakant yadav,Updated: 19 Jan, 2021 03:31 PM
उत्तर प्रदेश के गोण्डा जीवित को मृत दिखाकर उसकी पेंशन रोक दी गई ओर अब वो खुद को जिंदा साबित करने के लिये पेंशन कार्यालय के चक्कर काट रहा है। समाज कल्याण विभाग के अधिकारी मोतीलाल ने मंगलवार को बताया...
गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोण्डा में जीवित को मृत दिखाकर उसकी पेंशन रोक दी गई और अब वो खुद को जिंदा साबित करने के लिये विकास भवन के चक्कर काट रहा है। समाज कल्याण विभाग के अधिकारी मोतीलाल ने मंगलवार को बताया कि पंडरी कृपाल ब्लॉक के मुंडेरवा कला गांव के रहने वाले श्याम बिहारी को 2005 से वृद्धावस्था पेंशन मिल रही थी। इनको जून 2019 तक पेंशन का लाभ मिल चुका है, लेकिन जब समाज कल्याण विभाग ने पेंशन धारकों का सत्यापन कराया तो सत्यापन करने वाले ग्राम पंचायत अधिकारी ने श्याम बिहारी को मृत घोषित कर दिया और उनकी पेंशन बंद कर दी गई।
उन्होनें बताया कि पीड़ित द्वारा अपने जीवित होने की बात बताने पर विभाग टीम गठित कर प्रकरण की जांच करा रहा है। जांच रिपोर्ट के बाद आरोपी ग्राम पंचायत अधिकारी पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी। श्याम बिहारी को पूर्व की भांति वृद्धावस्था पेंशन का लाभ भी मिलेगा।