Edited By Mamta Yadav,Updated: 25 Jun, 2025 04:26 AM

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि वर्चस्वादी और प्रभुत्ववादी लोग कथा वाचन में अपना एकाधिकार बनाये रखना चाहते हैं। यादव ने मंगलवार को यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कथा वाचन को जिन्होंने भावना की जगह व्यवसाय बना लिया उन्हीं...
Lucknow News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि वर्चस्वादी और प्रभुत्ववादी लोग कथा वाचन में अपना एकाधिकार बनाये रखना चाहते हैं। यादव ने मंगलवार को यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कथा वाचन को जिन्होंने भावना की जगह व्यवसाय बना लिया उन्हीं प्रभुत्ववादियों और वर्चस्ववादी लोगों के कारण इटावा में कथा वाचन का अपमान काण्ड हुआ है। अगर पीडीए समाज से इतना ही परहेज हैं तो वर्चस्ववादी लोग घोषित कर दें कि पीडीए परिवार द्वारा दिया गया चढ़ावा, चंदा, दान, दक्षिणा कभी स्वीकार नहीं करेंगे। अगर एकाधिकार स्थापित करना है तो जिस तरह से दावा करते हैं कि धारा 370 खत्म किया, उसी तरह से देश में कानून लेकर आयें कि कथा वाचन का काम वर्चस्ववादी ही कर सकते हैं और कोई नहीं कर सकता है।
सरकार के संरक्षण की वजह से पीडीए के लोगों का सिर मुड़वा रहे हैं
उन्होंने कहा कि ये वर्चस्ववादी और प्रभुत्ववादी लोग कभी घर को और कभी मंदिर को गंगाजल से धुलवाकर पीडीए समाज को अपमानित और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते है। भागवत और कथा वाचकों पर हमलाकर वर्चस्ववादी लोग अब तो सीमा लांघ गये है। उन्हें भाजपा सरकार का संरक्षण है। सरकार के संरक्षण की वजह से पीडीए के लोगों का सिर मुड़वा रहे हैं। उन पर पेशाब करा रहे हैं और पिटाई कर रहे है। इटावा में पीडीए समाज के कथा वाचकों को रातभर पीटा गया। बाल मुंड़वा दिया। हरमोनियम, पैसा, चेन सब छीन लिया गया। आखिरकार ये वर्चस्ववादी लोग इतनी ताकत कहां से पा रहे हैं।
कौशाम्बी में पाल समाज की बेटी के साथ अत्याचार हुआ
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर भाजपा को लगता है कि कथा करने पर एक वर्ग का अधिकार है तो वह उसके लिए कानून बना दें। जिस दिन पीडीए समाज ने अपनी कथा कहनी शुरू कर दी उस दिन परम्परावादी शक्तियों का साम्राज्य ढह जायेगा। भाजपा राज में पीडीए समाज को हेय दृष्टि से देखा जाता है। सुना है कि देश की सर्वोच्च कुर्सी पर बैठी देश की राष्ट्रपति के साथ भी कभी अपमान हुआ था। उन्हें भी हेय दृष्टि का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे पीडीए समाज में चेतना बढ़ रही है वैसे-वैसे उस पर मनोवैज्ञानिक दबाव डालने के लिए अत्याचार बढ़ता जा रहा है। कौशाम्बी में पाल समाज की बेटी के साथ अत्याचार हुआ। उसके परिवार के लोग अन्याय के खिलाफ खड़े हो गये तो पिता पर मुकदमें लगाकर जेल भेज दिया गया। इनाम घोषित कर दिया गया। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल उस पीड़त परिवार को न्याय दिलाने के लिए जा रहे थे, पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक दिया। पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि वर्चस्ववादियों को लगता है कि उनके पीछे भाजपा की सरकार खड़ी है। सरकार उन्हें बचा लेगी। लेकिन अब पीडीए की एकता और एकजुटता इसका डटकर जवाब देगी।