Dev Deepawali 2024: आज 21 लाख दीपों से जगमग होगी काशी, उपराष्ट्रपति और सीएम योगी उत्सव में होंगे शामिल

Edited By Pooja Gill,Updated: 15 Nov, 2024 08:37 AM

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वाराणसी: वाराणसी में देव दीपावली उत्सव से पहले महादेव की नगरी काशी देवों के स्वागत को तैयार हो गई है। देव दीपावली हर साल कार्तिक पूर्णिमा को मनाई जाती है। इस साल यह उत्सव आज यानी 15 नवंबर को मनाया जा रहा है। घाटों, कुंडों, तालाबों पर काशी की...

वाराणसी: वाराणसी में देव दीपावली उत्सव से पहले महादेव की नगरी काशी देवों के स्वागत को तैयार हो गई है। देव दीपावली हर साल कार्तिक पूर्णिमा को मनाई जाती है। इस साल यह उत्सव आज यानी 15 नवंबर को मनाया जा रहा है। घाटों, कुंडों, तालाबों पर काशी की संस्थाओं की ओर से 21 लाख दीप जलाए जाएंगे। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और सीएम योगी आदित्यनाथ भी देव दीपावली के उत्सव में शामिल होंगे। इस भव्य समारोह में प्रतिष्ठित दीपमाला और प्रसिद्ध गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा। वहीं, 3डी लेजर शो के जरिए काशी का इतिहास, संतों और ऋषियों की कहानियां और गंगा नदी के ‘‘धरती पर अवतरण'' के महत्व को दिखाया जाएगा।

पौराणिक इतिहास को जीवंत कर देगा भव्य समारोह
जानकारी के अनुसार, परंपरा और आधुनिक प्रौद्योगिकी का मिश्रण यह 25 मिनट का 3डी लेजर शो दिन में चार बार- शाम साढ़े पांच बजे, सात बजे, आठ बजे और आठ बजकर 45 मिनट पर, दिखाया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि लेजर शो में उच्च क्षमता वाले 24 प्रोजेक्टर का इस्तेमाल होगा, जो घाटों की ऐतिहासिक इमारतों पर काशी के धार्मिक और सांस्कृतिक विकास की जीवंत छवि बनाएंगे।‘‘इस भव्य समारोह में प्रतिष्ठित दीपमाला और प्रसिद्ध गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा, लेकिन इसका मुख्य आकर्षण मल्टीमीडिया अनुभव होगा जो काशी के समृद्ध आध्यात्मिक और पौराणिक इतिहास को जीवित कर देगा। लेजर शो में शहर के इतिहास के महत्वपूर्ण क्षणों को दिखाया जाएगा, जिसमें काशी में भगवान शिव का आगमन, ऋषियों और मुनियों की कहानियां, भगवान बुद्ध की यात्रा और तुलसीदास तथा कबीर जैसे संतों का योगदान शामिल हैं।

उपराष्ट्रपति करेंगे नमो घाट का उद्घाटन
सांस्कृतिक नगरी वाराणसी में आस्था, पर्यटन और रोजगार के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं वाला नमो घाट बन कर तैयार हो गया है। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज यानी 15 नवंबर को नमो घाट का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। बता दें कि प्राचीनता और आधुनिकता के साथ तालमेल मिलाकर चलती काशी के घाटों की श्रृंखला में एक और पक्का घाट जुड़ गया है। यह वाराणसी के पहले मॉडल घाट के रूप में जुड़ा है। इसका विस्तार नमो घाट से आदिकेशव घाट (लगभग 1.5 किलोमीटर) हुआ है। घाट की बनावट और अंतरराष्ट्रीय सुविधा के साथ नमस्ते का स्कल्पचर पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।
 

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