Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 29 Dec, 2020 05:34 PM
फतेहपुर जिले के देवरी बुजुर्ग गांव में शनिवार की शाम हुई गोलीबारी मामले में पुलिस अधीक्षक ने सोमवार देर शाम लापरवाही बरतने पर जाफरगंज के इंस्पेक्टर, एक उपनिरीक्षक व मुख्य...
फतेहपुर: फतेहपुर जिले के देवरी बुजुर्ग गांव में शनिवार की शाम हुई गोलीबारी मामले में पुलिस अधीक्षक ने सोमवार देर शाम लापरवाही बरतने पर जाफरगंज के इंस्पेक्टर, एक उपनिरीक्षक व मुख्य आरक्षी को निलंबित कर दिया है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार इस मामले में सभी आरोपियों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने मंगलवार को बताया कि देवरी बुजुर्ग गांव में शनिवार को हुई गोलीबारी मामले में प्रथमदृष्टया लापरवाही बरतने के आरोप में जाफरगंज थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) विनोद कुमार, देवरी पुलिस चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक रजनीश तिवारी और मुख्य आरक्षी (हेड कांस्टेबल) रणवीर सिंह को निलंबित कर दिया गया है और पूरे मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार को सौंपी गई है। एसपी ने बताया कि फिलहाल मामले में दो प्राथमिकी दर्ज कर सात आरोपियों को नामजद करते हुए 150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और गोलीबारी करने के आरोप में सभाजीत सिंह और उसके बेटे विवेक सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
गौरतलब है कि 26 दिसंबर की शाम देवरी बुजुर्ग गांव में एक ट्रैक्टर चालक की पिटाई के बाद ग्राम प्रधान अंशु शुक्ला और अरगल गांव के पूर्व प्रधान सभाजीत सिंह के बीच गोलीबारी हुई थी, जिसमें नौवीं कक्षा के छात्र अभिषेक (16) की गोली लगने से मौत हो गयी थी और उसका चाचा नरेंद्र आरख (44) घायल हो गया था।