Edited By Pooja Gill,Updated: 09 Nov, 2024 03:41 PM
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शनिवार को "आकांक्षा हाट 2024" की शुरुआत की। 'आकांक्षा हाट 2024' उत्तर प्रदेश की आकांक्षा समिति के प्रयासों से आयोजित किया जा रहा है जो प्रदेश के सभी 75 जिलों में...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शनिवार को "आकांक्षा हाट 2024" की शुरुआत की। 'आकांक्षा हाट 2024' उत्तर प्रदेश की आकांक्षा समिति के प्रयासों से आयोजित किया जा रहा है जो प्रदेश के सभी 75 जिलों में सक्रिय है और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण और स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह आयोजन राज्य में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने और स्वयं सहायता समूहों को अपनी रचनात्मकता तथा उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
'यह आयोजन महिला उद्यमिता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएगा'
सीएम योगी ने सभी महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए आकांक्षा समिति का यह प्रयास सराहनीय है। यह आयोजन न केवल महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करेगा बल्कि स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में भी सहायक होगा।'' आकांक्षा समिति, उत्तर प्रदेश के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारियों की पत्नी संघ का एक विकासशील अंग है, जो राज्य की महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। राज्य के सभी 75 जिलों में कार्यरत इस समिति का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के स्व-रोजगार और स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक अवसर प्रदान करना है।
'महिलाओं को कौशल और विचारों को सीखने का मौका मिलेगा'
‘आकांक्षा हाट 2024' के माध्यम से यह समिति महिलाओं को अपने उत्पादों, कौशल, और शिल्प को प्रदर्शित करने का मौका प्रदान कर रही है, जिससे वे अपने परिवार और समाज को आर्थिक रूप से मजबूत बना सकेंगी। आकांक्षा हाट के माध्यम से जम्मू-कश्मीर समेत देश के विभिन्न राज्यों के उत्पाद भी प्रदर्शित किए जा रहे हैं, जिससे सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान का मौका मिलेगा। योगी ने कहा, ‘‘हमारे त्योहार और परंपराएं हमारी विरासत का हिस्सा हैं। आकांक्षा हाट जैसे आयोजनों से हमारी संस्कृति और परंपराएं जीवित रहती हैं और नई पीढ़ी को प्रेरित करती हैं। इससे उत्तर प्रदेश की महिला उद्यमियों को न केवल नए कौशल और विचारों को सीखने का मौका मिलेगा, बल्कि उन्हें अपने व्यवसाय को व्यापक स्तर पर विस्तार देने में भी सहायता मिलेगी।''