Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 01 Aug, 2022 12:11 PM

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आयोजित लेखपाल भर्ती परीक्षा के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया जब परीक्षा सेंटर में एसटीएफ ने छापा मारा। इस दौरान ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए नकल करते हुए अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें पेपर सॉल्वर, गैंग लीडर और...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आयोजित लेखपाल भर्ती परीक्षा के दौरान उस वक्त हड़कंप मच गया जब परीक्षा सेंटर में एसटीएफ ने छापा मारा। इस दौरान ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए नकल करते हुए अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें पेपर सॉल्वर, गैंग लीडर और अभ्यर्थी शामिल हैं। सभी गिरफ्तारियां प्रदेश के बड़े-बड़े शहरों जैसे लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, गोंडा और बरेली से की गई है। बता दें कि बीते रविवार प्रदेश के 501 परीक्षा केंद्रों पर लेखपाल भर्ती आयोजित की गई थी। इस दौरान अभ्यर्थियों को एसटीएफ ने ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए नकल करते समय रंगे हाथ पकड़ लिया। इस दौरान एसटीएफ ने अभ्यर्थियों और सॉल्वर बैठाने वाले गैंग का पर्दाफाश कर इन पर सख्त कार्रवाई की है।
सॉल्वर गैंग के सरगना से पूछताछ जारी- एडीजी एसटीएफ
वहीं, एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से नक़ल करवाया जा रहा था। कुल 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गैंग के सरगना से पूछताछ की जा रही है, ताकि गोरखधंधे में शामिल अन्य लोगों की शिनाख्त हो सके। उन्होंने बताया कि सभी के खिलाफ अलग-अलग जिलों में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज यूनिट ने परीक्षा में गड़बड़ी के मास्टरमाइंड विजय कांत पटेल, उसके सहयोगी दिनेश कुमार यादव और सोनू कुमार को गिरफ्तार किया है।
परीक्षा पास करने के लिए गए 10-10 लाख रुपए
एडीजी ने बताया कि विजय ने 7 अभ्यर्थियों से परीक्षा पास करने के लिए 10-10 लाख रुपये लिए थे। उसने सभी को ब्लूटूथ इयर बड डिवाइस के साथ परीक्षा देने के लिए भेजा था। परीक्षा केंद्र के बाहर गाडी में बैठकर प्रश्नों के उत्तर बताए जा रहे थे। आरोपियों के पास से 15 ब्लूटूथ इयरबड, 9 ब्लूटूथ डिवाइस कार्ड, 6 सिम कार्ड, 10 मोबाइल, और 6 इयर बड बरामद किए गए हैं। मास्टरमाइंड विजय कांत पटेल ने एक माह पहले 5 लोगों को ग्रामीण डाक सेवा में भी पैसे लेकर भर्ती करवा चुका है। इसका भी सत्यापन हो चुका है।