Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 21 Jun, 2022 01:39 PM
यूपी के फतेहपुर में धर्म परिवर्तन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। जहां युवक को नौकरी के बहाने लाखों रुपयों का लालच देकर उसका जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा था। जब वह नहीं माना तो उसे बंधक बना लि...
फतेहपुर: यूपी के फतेहपुर में धर्म परिवर्तन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। जहां युवक को नौकरी के बहाने लाखों रुपयों का लालच देकर उसका जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा था। जब वह नहीं माना तो उसे बंधक बना लिया गया। युवक जैसे तैसे वहां से भाग निकला। जिसके बाद युवक ने इसकी शिकायत पुलिस से की है। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मामले में मौलवी समेत 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिनमें से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बनारस का रहना वाला है पीड़ित युवक
पीड़ित युवक सुधांशु चौहान बनारस के रहने वाला है। सुधांशु चौहान का कहना है कि नौकरी को लेकर उसकी बात गाजीपुर के रहने वाले अरमान अली से हुई थी। अरमान ने उसे फतेहपुर बुलाया। जब वह फतेहपुर पहुंचा तो उसे अनजान जगह ले जाया गया। वहां उससे रजिस्ट्रेशन के नाम पर एक हजार रुपये ले लिए गए। फिर थोड़ी देर बाद उसे कहा गया कि वह घर वालों से 10 हजार रुपये मंगवा ले, ताकि उसके रहने और खाने का इंतजाम किया जा सके।
सुधांशु ने बताया कि अरमान के बोलने पर उसने घर वालों से पैसे मंगवा लिए। 17 जून को कुछ लोग उसे 20 हिंदू और 30-40 मुस्लिम लड़कों के साथ मदरसे में ले गए। वहां सभी लोगों को किसी संगठन से जोड़ने की बात कही गई। कहा गया कि संगठन से जुड़कर वे लोग हर महीने एक से डेढ़ लाख रुपये तक कमा सकते हैं। 19 जून को फिर 50 हिंदू और 100 मुस्लिम लड़कों समेत उसे मस्जिद लेकर गए। वहां मुस्लिम धर्म अपनाने का दबाव बनाया गया। साथ ही इसका प्रचार करने को भी कहा गया।
जबरन धर्म परिवर्तन करवाने का बनाया गया दबाव
पीड़िता ने बताया कि वे लोग ऐसा करने के लिए उसे लाखों रुपये और मकान देने का लालच दे रहे थे। जब उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो उन लोगों ने उसे बंधक बना लिया। वहां एक मौलवी को बुलाया गया और जबरन उसका धर्म परिवर्तन करवाने की बात कहने लगे। पीड़ित किसी तरह वहां से जान बचाकर भाग निकला और सीधे पुलिस स्टेशन पहुंचा। वहां उसने पुलिस को सारी बात बताई।
क्या कहती है पुलिस?
इस बारे में एसपी राजेश कुमार सिंह का कहना है कि शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया। जबकि, कुल 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच अभी भी जारी है।