'मैं एक मुर्गी चोर हूं!'– रामपुर में अखिलेश की एंट्री से पहले आजम ने दिया धमाकेदार जवाब, सियासत में मची हलचल

Edited By Anil Kapoor,Updated: 08 Oct, 2025 07:17 AM

azam gave a scathing reply before akhilesh s entry into rampur

Rampur News: उत्तर प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को यानी आज (8 अक्टूबर) रामपुर आ रहे हैं। उनका मकसद पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान से मुलाकात करना है। इसको...

Rampur News: उत्तर प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को यानी आज (8 अक्टूबर) रामपुर आ रहे हैं। उनका मकसद पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान से मुलाकात करना है। इसको लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।

आजम बोले – 'अखिलेश मुझसे मिलने आ रहे हैं, ये उनका हक है'
आजम खान ने इस मुलाकात पर कहा कि इसका कोई सार्वजनिक या राजनीतिक एजेंडा नहीं है। यह पूरी तरह निजी मुलाकात है। उन्होंने साफ कहा कि अखिलेश यादव मेरे हालचाल जानने आ रहे हैं, यह उनका अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि वह खुद किसी कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बन रहे हैं और ना ही कोई सभा या बयान देने जा रहे हैं।

'मुर्गी चोर' वाली टिप्पणी से चौंकाया
अपने ऊपर लगे केसों को लेकर आजम खान ने तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लोगों का बड़प्पन है कि वे एक मुर्गी चोर से मिलने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक ही केस में उन्हें 21 साल की सजा हुई है और 34 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि अब तो कोई मेरा घर भी खरीद ले, क्योंकि एक मुर्गी चोर कितना जुर्माना दे सकता है!

114 मुकदमे आजम पर, परिवार पर 350 केस
आजम खान ने बताया कि उनके खिलाफ अब तक 114 केस दर्ज हैं, जबकि उनके परिवार के खिलाफ 350 मुकदमे चल रहे हैं। यह बयान देते समय उनका लहजा बेहद व्यंग्यात्मक और भावुक दोनों था।

सांसदों पर भी साधा निशाना
रामपुर से सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी को लेकर पूछे गए सवाल पर आजम खान ने कहा कि मैं उन्हें जानता नहीं, इसलिए उनका नाम ना लिया जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सपा के नेता एसटी हसन को वे जब चाहें मिलने से मना कर सकते हैं और कभी भी उनसे चाय पीने जा सकते हैं।

क्यों है यह मुलाकात अहम?
यह मुलाकात इसलिए खास मानी जा रही है क्योंकि आजम खान के जेल से रिहा होने के बाद यह अखिलेश यादव की पहली भेंट होगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात समाजवादी पार्टी के भीतर चल रही खींचतान, रिश्तों और संवाद की दिशा को तय कर सकती है। साथ ही, रामपुर जैसे मुस्लिम बहुल इलाके में आजम खान की पकड़ और लोकप्रियता को देखते हुए यह दौरा सपा की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है।

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