Edited By Ramkesh,Updated: 06 Sep, 2024 06:43 PM
कहते है कि राजनीति में कुछ स्थायी नहीं होता, यहां कब क्या हो जाए कुछ पता नहीं चलता, दोस्त दुश्मन हो जाते हैं और दुश्मन दोस्त। यूपी में इन दिनों अपर्णा यादव के सपा में वापसी को लेकर अटकलें सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। दरअसल, योगी...
लखनऊ: कहते है कि राजनीति में कुछ स्थायी नहीं होता, यहां कब क्या हो जाए कुछ पता नहीं चलता, दोस्त दुश्मन हो जाते हैं और दुश्मन दोस्त। यूपी में इन दिनों अपर्णा यादव के सपा में वापसी को लेकर अटकलें सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। दरअसल, योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपर्णा यादव को पहली बार कोई जिम्मेदारी दी है। उनको यूपी महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है। हालांकि नई जिम्मेदारी मिलने के बाद भी वह खुश नहीं है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जल्द ही अखिलेश यादव और डिम्पल यादव से अपर्णा की मुलाकात कर सकती है। नेता जी की श्रद्धांजलि सभा के मौके पर 9 अक्टूबर को सैफई में परिवार इकट्ठा होगा। बताया जा रहा है कि अपर्णा यादव समाजवादी पार्टी के संपर्क में हैं। क्योंकि इसी जुलाई में अपर्णा के पति प्रतीक को देखने गए थे अखिलेश और डिंपल लखनऊ के मेदांता अस्पताल में गए हुए थे। ऐसे में माना जा रहा है कि अपर्णा यादव एक बार फिर सपा में वापसी कर सकती है। फिलहाल अभी तक इसकी कोई अधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
गौरतलब है कि योगी सरकार ने अपर्णा यादव को नई जिम्मेदारी देते हुए उन्हें यूपी महिला आयोग का उपाध्यक्ष बना दिया। नई जिम्मेदारी मिलते ही अपर्णा यादव सीधा अपने ससुर शिवपाल यादव का आशीर्वाद लेने पहुंच गईं। उसके बाद से राजनीतिक एक्सपर्ट मान रहे हैं कि अपर्णा यादव सपा में शामिल हो सकती है। हालांकि अपर्णा इससे पहले लोकसभा चुनाव से पूर्व भी शिवपाल यादव से मुलाकात कर चुकी हैं, तब शिवपाल यादव ने कहा था कि भाजपा में इतने लंबे समय से रहने के बावजूद अपर्णा यादव को कहीं से भी पार्टी टिकट नहीं दे रही है, अपर्णा यादव का पार्टी में अपमान हो रहा है, इस बयान से संभावना जताई जा रही है कि वह सपा में वापसी कर सकती है।