Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Jun, 2022 12:20 PM
राजस्थान में उदयपुर में हुए कन्हैयालाल साहू हत्याकांड की पूरे देश में निंदा की जा रही है। इस मामले की ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ...
लखनऊ: राजस्थान में उदयपुर में हुए कन्हैयालाल साहू हत्याकांड की पूरे देश में निंदा की जा रही है। इस मामले की ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड(AIMPLB) ने निंदा की है। बोर्ड ने कहा कि किसी को खुद दोषी करार देते हुए उसकी हत्या कर देना गैर इस्लामी हैं। न कानून इसकी इजाजत देता है और न शरीयत में इसे जायज ठहराया गया है। बोर्ड की तरफ से अपील की गई है कि मुस्लिम कानून को अपने हाथ में न लें।
AIMPLB के महासचिव हजरत मौलाना खालिद सैफ़ुल्लाह रहमानी ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा कि किसी भी धर्म के पवित्र व्यक्तित्वों का अपमान करना एक गम्भीर अपराध है। बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने इस्लाम के पवित्र पैगंबर के बारे में जो अपमानजनक शब्द कहे, वह मुसलमानों के लिए अत्यन्त दुखदायी है। इसके साथ ही सरकार द्वारा नूपुर शर्मा पर कोई कार्रवाई न करना जख्म पर नमक रखने जैसा है, लेकिन इसके बावजूद कानून को अपने हाथ में लेना और किसी व्यक्ति को स्वयं अपराधी घोषित करके हत्या कर देना निन्दनीय कृत्य है। न कानून इसकी अनुमति देता है और न इस्लामी शरीयत इसको जायज ठहराती है।
आगे लिखा कि इसलिए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड उदयपुर (राजस्थान) में घटित होने वाली घटना की कड़ी निन्दा करता है। पवित्र व्यक्तित्वों के अपमान के लिए बने कानूनबोर्ड की तरफ से यह भी अपील की गई है कि मुसलमान धैर्य से काम लें और कानूनी मार्ग अपनाएं। दूसरी ओर सरकार से अपील की गई है कि यह मुसलमानों की भावना और आस्था का मामला है, इसलिए किसी भी पवित्र व्यक्तित्वों के अपमान के सम्बंध में सख्त कानून बनना चाहिए और ऐसे मामलों में तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जानी चाहिए।