Edited By Imran,Updated: 21 Feb, 2024 02:14 PM
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विपक्षी गठबंधन INDIA के प्रमुख सहयोगी दल कांग्रेस व सपा के बीच प्रदेश में सीटों को लेकर समझौता लगभग तय हो गया है। अधिकारिक तौर पर कभी भी इसका ऐलान किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने अखिलेश की दी हुई सीटों पर आखिर में सिर्फ दो...
UP Politics: विपक्षी गठबंधन INDIA के प्रमुख सहयोगी दल कांग्रेस व सपा के बीच प्रदेश में सीटों को लेकर समझौता लगभग तय हो गया है। अधिकारिक तौर पर कभी भी इसका ऐलान किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने अखिलेश की दी हुई सीटों पर आखिर में सिर्फ दो बदलाव मांगे हैं।
कांग्रेस की मांग है कि हाथरस सपा को वापस देकर सीतापुर दी जाए, जिसको सपा ने स्वीकार कर लिया है। दूसरा बुलंदशहर या मथुरा में से एक सीट सपा ले ले और कांग्रेस को श्रावस्ती दे दें, इस पर सपा ने सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की बात कही है। वहीं, कांग्रेस आलाकमान अब संतुष्ट है, कभी भी समझौता होने का ऐलान हो सकता है। इसके साथ ही बनारस की सीट से सपा अपना उम्मीदवार वापस लेगी, बनारस कांग्रेस के ही खाते में रहेगी।
कांग्रेस को गठबंधन में 17 सीटें मिलीं, रायबरेली, अमेठी, कानपुर सीट कांग्रेस को मिली- सूत्र
फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी सीट, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी, देवरिया सीट कांग्रेस को मिल सकती है। वहीं, संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज शाम घोषणा होगी, अभी एक या दो सीटों पर संशोधन प्रस्तावित है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि शाम तक सपा और कांग्रेस की 17 सीटो पर गठबंधन का ऐलान कर दिया जाएगा। सीटों की सहमती को लेकर उन्होंने कहा कि जब अंत भला होता है तो सब भला होता है। इसके साथ ही अखिलेश ने यह भी कहा कि जो लोग पार्टी को छोड़कर भागे हैं वो एक दिन वापस आ जाएंगे अगर वो नहीं आए तो उनके साथ वाले आ जाएंगे।
गौरतलब है कि विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए के प्रमुख सहयोगी दल कांग्रेस व सपा के बीच प्रदेश में सीटों को लेकर समझौता नहीं हो पा रहा था। सपा द्वारा 17 सीट देने के प्रस्ताव पर कांग्रेस ने कोई जवाब नहीं दिया थाा। यही वजह था कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भी शामिल नहीं हुए, लेकिन अब दोनों पार्टियों के बीच में सहमति बन गई है।