Edited By Mamta Yadav,Updated: 22 Feb, 2023 01:26 AM

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में आगरा रेल मंडल (Agra Railway Division) के निर्माण विभाग (Construction department) में मंगलवार को सीबीआई (CBI) ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। घंटों जांच पड़ताल करती रही जिसके बाद रेलवे के दो अधिकारी को रिश्वत लेने के मामले...
आगरा: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में आगरा रेल मंडल (Agra Railway Division) के निर्माण विभाग (Construction department) में मंगलवार को सीबीआई (CBI) ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। घंटों जांच पड़ताल करती रही जिसके बाद रेलवे के दो अधिकारी को रिश्वत लेने के मामले में हिरासत में लिया। सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है। पकड़े गए आरोपियों को गाजियाबाद स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट (special court) में पेश किया जाएगा।

मुकेश कुमार और विजय सिंह भ्रष्टाचार में लिप्त
आगरा रेल मंडल के सिग्नल और टेलीकॉम विभाग में तैनात डिप्टी चीफ मुकेश कुमार तैनात है। वह आगरा कैंट स्थित रेलवे आफिसर कॉलोनी में रहते हैं। सीनियर सेक्शन इंजीनियर विजय सिंह निवासी मथुरा आगरा में तैनात हैं। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई को सूचना मिली थी कि मुकेश कुमार और विजय सिंह भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इनके द्वारा प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टरों से अपने कार्यक्षेत्र में काम देने और बिल पास करने के एवज में मोटी रिश्वत मांगी जाती है।

गौरतलब है कि जयपुर के ठेकेदार की शिकायत पर सीबीआई ने सीनियर सेक्शन इंजीनियर विजय सिंह को मथुरा बस स्टैंड के पास 5 लाख की रिश्वत देते पकड़ा था। मामले की जांच चल रही है। पूछताछ में कई खुलासे हुए और सीबीआई के राडार पर कुछ और नाम जुड़े। इसी कड़ी में सीबीआई ने मंगलवार को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के पीछे निर्माण विभाग के कार्यालय पर छापेमारी की। सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में आरोप है कि कंपनी के सुपरवाइजर ब्रह्मानंद द्वारा मुकेश कुमार को 23 जनवरी 2023 को दो लाख रुपए की रिश्वत दी गई थी। इसके बाद 17 फरवरी को फिर से ब्रह्मानंद द्वारा मुकेश कुमार को 1.23 लाख रुपए रिश्वत उनके आफिस में दी गई।