Edited By Anil Kapoor,Updated: 10 Jul, 2018 07:36 AM
प्रदेश में एस्मा लगाए जाने के बाद भी आंदोलन पर आमादा लेखपालों की धुनाई कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर मथुरा में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे लेखपाल संघ के पदाधिकारियों को समझाने के लिए सोमवार को दोपहर....
मथुरा: प्रदेश में एस्मा लगाए जाने के बाद भी आंदोलन पर आमादा लेखपालों की धुनाई कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर मथुरा में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे लेखपाल संघ के पदाधिकारियों को समझाने के लिए सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे एडीएम एलओ रमेश चंद्र तिवारी, सिटी मैजिस्ट्रेट बसंतलाल अग्रवाल, एसपी सिटी श्रवण कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे।
अधिकारियों ने लेखपालों को आंदोलन वापस लेने के लिए समझाने का प्रयास किया। इसके बाद जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह से अधिकारियों ने अलग से बात करनी चाही तो लेखपालों ने इसका विरोध किया। इसी बात को लेकर आंदोलित लेखपालों और अधिकारियों के बीच गहमागहमी हो गई।
जिलाध्यक्ष को पुलिसकर्मी जबरन उठा कर ले जाने लगे तो उसके साथियों ने भी इसका विरोध किया। इसी को लेकर पुलिसकर्मियों ने विरोध कर रहे लेखपालों की पिटाई कर दी। इसके बाद धरना स्थल पर आफरा-तफरी मच गई। अधिकारी मौके से चले गए। कुछ देर बाद एक बार फिर अधिकारी पहुंचे और आंदोलन खत्म करने या फिर गिरफ्तारी देने को कहा। सभी लेखपाल गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हो गए जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
इनके खिलाफ हुई एफआईआर
जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, सह जिलामंत्री भगवान सिंह, तहसील अध्यक्ष छाता खेमचंद, छाता तहसील मंत्री डालचंद, चुन्नीलाल अध्यक्ष तहसील महावन, हरिओम गौतम तहसील अध्यक्ष गोवर्धन, पवन कुमार तहसील मंत्री गोवर्धन, नितिन चतुर्वेदी पूर्व तहसील मंत्री मथुरा, जितेंन्द्र कुमार लेखपाल मांट, तेजपाल लेखपाल मांट और नीरज कुमार तहसील मंत्री मांट के खिलाफ एस्मा का उल्लंघन करने पर एफआईआर डीएम ने दर्ज कराई है।