Edited By Pooja Gill,Updated: 14 Nov, 2024 09:46 AM
UPPSC Exam Controversy: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के ‘पीसीएस प्री' और ‘आरओ एआरओ' की परीक्षा दो दिन में संपन्न कराने के निर्णय के विरोध में अभ्यर्थियों के धरना प्रदर्शन का आज चौथा दिन है। आज सुबह 8:00 बजे अचानक पुलिस फोर्स पहुंची...
UPPSC Exam Controversy: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के ‘पीसीएस प्री' और ‘आरओ एआरओ' की परीक्षा दो दिन में संपन्न कराने के निर्णय के विरोध में अभ्यर्थियों के धरना प्रदर्शन का आज चौथा दिन है। आज सुबह 8:00 बजे अचानक पुलिस फोर्स पहुंची और कुछ छात्रों को घसीट कर ले गई। इनमें छात्र नेता आशुतोष पांडे भी शामिल हैं जो उसे वक्त धरने का नेतृत्व कर रहे थे। इस दौरान कुछ छात्राएं घायल भी हो गई है। उन्हें खींचातानी में उन्हें चोटे आई है। इसके बाद धरनास्थल पर तनाव की स्थिति बनी हुई है।
छात्राओं ने संभाला मोर्चा
धरना प्रदर्शन कर रही छात्राओं का कहना है कि पुलिस छात्रों को घसीट कर ले गई। इनमें तमाम पुलिसकर्मी बिना वर्दी के थे। उनका कहना है कि उनके साथ कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं थी। छात्राओं के साथ अभद्रता भी हुई है। अब छात्राओं ने ही मोर्चा संभाल लिया है और धरने का खुद नेतृत्व कर रही हैं। धरना स्थल के चारों तरफ बैरिकेडिंग और ज्यादा कर दी गई है। छात्र पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
अपनी मांगों पर अड़े अभ्यर्थी
अभ्यर्थी अपनी मांगों पर अड़े हुए है। छात्रों ने डेलिगेशन भेजने से इनकार कर दिया है। अभ्यर्थियों ने राजनेताओं को आंदोलन से दूर रहने को कहा है। डीएम और अभ्यर्थियों के बीच देर रात हुई वार्ता विफल हो गई है। डीएम ने कार्रवाई की चेतावनी दी है। वहीं, बुधवार को तीसरे दिन देर शाम अभ्यर्थियों ने कैंडल मार्च निकाला। अभ्यर्थी अपनी एक दिन एक परीक्षा की मांग पर अड़े हैं।
यूपीपीएससी के 3 छात्र नेता भेजे गए जेल
बुधवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के ‘पीसीएस प्री' और ‘आरओ एआरओ' की परीक्षा दो दिन में संपन्न कराने के निर्णय के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे तीन कथित छात्र नेता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। जेल जाने वाले छात्र नेता राघवेंद्र यादव ,अभिषेक शुक्ला, इन छात्र नेताओं के खिलाफ कल सिविल लाइन्स थाने की पुलिस ने होर्डिंग में तोड़ फोड़ और सरकारी काम मे बाधा डालने व प्रतियोगी छात्रो को भड़काने के मामले में दर्ज हुआ था।