Edited By Ajay kumar,Updated: 27 Jul, 2020 02:08 PM
राजस्थान क्राईसिस को लेकर यूपी विधानसभा के बाहर भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू, पीएल पुनिया समेत कई कांग्रेसी नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बता दें कि इसी मामले को लेकर कांग्रेस देशभर में भाजपा के खिलाफ...
लखनऊ: राजस्थान में सरकार बनाम राज्यपाल की चल रही जंग में कांग्रेस हर राज्य के राजभवन के सामने प्रदर्शन कर स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी अभियान चला रही है और इसी के तहत तहत सोमवार को लखनऊ में राजभवन के सामने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों को प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस सभी को अस्थायी जेल ईको गाडर्न भेज दिया है।
कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया भी मौजूद रहे। लल्लू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश कर रही है। केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी के इशारे पर राजस्थान में सरकार को गिराने का खेल चल रहा है। गिरफ्तारी पर लल्लू ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार उन पर जितना भी जुल्म करे लेकिन वो अपनी बात कहने से पीछे नहीं हटेंगे। बता दें कि इसी मामले को लेकर कांग्रेस देशभर में भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है।
दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी भी हिरासत में
इसी बीच दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी को कार्यकर्ताओं के साथ हिरासत में लिया गया। उन्हें प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही हिरासत में ले लिया गया है।
क्या है मामला?
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से राजस्थान में सियासी खींचतान जारी है। इसी बीच स्पीकर सीपी जोशी ने राजस्थान उच्च न्यायालय के जिस फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया था, उस याचिका को सोमवार को वापस ले लिया है। अदालत ने याचिका वापस लेने की अपील को स्वीकार कर लिया है। वहीं राज्यपाल ने सरकार से विधानसभा का सत्र बुलाने को लेकर दिए गहलोत सरकार के प्रस्ताव पर स्पष्टीकरण मांगा है। दूसरी ओर राजस्थान उच्च न्यायालय में भाजपा के विधायक की याचिका पर सुनवाई होनी है।
राज्यपाल ने सरकार से मांगा स्पष्टीकरण
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा सत्र बुलाने के प्रस्ताव पर राज्य सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा, क्या आप विश्वास मत पेश करना चाहते हैं? यह आपके प्रस्ताव में उल्लिखित नहीं है, लेकिन आप इसके बारे में मीडिया में बोल रहे हैं।