Edited By Anil Kapoor,Updated: 10 Aug, 2024 12:16 PM
Hamirpur News: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में दो अनुदेशकों ने विद्यालय का माहौल खराब कर रखा है। जिसका असर सीधे बच्चों के शिक्षण कार्य में पड़ रहा है। अनुदेशकों की अराजकता के चलते विद्यालय स्टॉफ बच्चों सहित विद्यालय में कैद होकर शिक्षण कार्य करने...
(रविन्द्र सिंह) Hamirpur News: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में दो अनुदेशकों ने विद्यालय का माहौल खराब कर रखा है। जिसका असर सीधे बच्चों के शिक्षण कार्य में पड़ रहा है। अनुदेशकों की अराजकता के चलते विद्यालय स्टॉफ बच्चों सहित विद्यालय में कैद होकर शिक्षण कार्य करने को मजबूर है। यह उत्तर प्रदेश का इकलौता विद्यालय होगा जहां पर शिक्षक और बच्चे स्कूल गेट पर ताला लगाकर पढ़ाने को मजबूर हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, विद्यालय में पढ़ने आने वाले छात्र-छात्राओं ने बताया कि विद्यालय की अनुदेशक अभिलाषा और पूजा देवी मिलकर स्कूल आने वाले बच्चों को भगा दिया करती हैं। स्कूल स्टॉफ को गंदी-गंदी गालियां देती हैं और स्कूल में लगे ताले को तोड़ने का प्रयास करती हैं। जिसकी शिकायत प्रधानाध्यापक ने डॉयल 112 में भी दर्ज कराई।
आपको बता दें कि मामला उच्च प्राथमिक विद्यालय लोदीपुर निवादा का है। जहां पर संबद्ध दो अनुदेशकों ने स्कूल को सर पर उठा रखा है। स्कूल आने वाले बच्चों को भगा देना,स्टॉफ को भद्दी-भद्दी गाली देना ये उनकी रोज की आदत है। जिससे तंग आकर प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र सिंह ने फोन मिलाकर पुलिस को बुला लिया और मामला थाने पहुंच गया।
जिसके बाद मामला स्कूल का देखते हुए थाना प्रभारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी स्तर पर निपटाने की बात कही। बीएसए आलोक सिंह ने बताया कि तीन सदस्यीय टीम इस मामले की जांच कर रही है, जांच रिपोर्ट आते ही कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रदेश सरकार शत प्रतिशत नामांकन कराने पर जोर दे रही है। ऐसे में सरकारी स्कूल में शिक्षकों की चल रही आपसी खींचतान से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। जिस स्कूल में बच्चों की संख्या 350 होती थी अब उसमें महज 140 बच्चे ही रह गए है। अब देखने वाली बात होगी कि ऐसे दोषी शिक्षकों पर शिक्षा विभाग क्या ठोस कार्रवाई करेगा।