यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह का निधन, 89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

Edited By Pardeep,Updated: 22 Aug, 2021 06:11 AM

former up cm kalyan singh passed away breathed his last at the age of 89

​​​​​​​उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार को लखनऊ के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई) में निधन हो

लखनऊः उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार को लखनऊ के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई) में निधन हो गया। वो बीती चार जुलाई से अस्पताल में भर्ती थे। डॉक्टरों ने बताया क सेप्सिस और मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण उनका निधन हुआ है।


PunjabKesari

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ही अपना गोरखपुर दौरा रद्द करके उनका हालचाल लेने अस्पताल पहुंचे थे। अस्पताल ने बताया कि उन्हें क्रिटिकल केयर आईसीयू में रखा गया था। संस्थान के क्रिटिकल केयर, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, इंडोक्राइनोलॉजी सहित विभिन्न विभागों के प्रोफेसरों की टीम उनके इलाज में लगी हुई थी। वह कई दिनों से वेंटिलेटर पर थे।  

कल्याण के निधन पर यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक 
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर राज्य में तीन दिन राजकीय शोक रहेगा। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को नरौरा में गंगा तट पर किया जाएगा। 23 अगस्त को प्रदेश के अंदर सार्वजनिक अवकाश घोषित रहेगा ताकि हर व्यक्ति उनको श्रद्धाजंलि दे सकें।'' राज्य सरकार ने राजस्थान एवं हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान सभी सरकारी इमारतों और प्रतिष्ठानो में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे और कोई राजकीय आयोजन नहीं होगा।   

कल्याण सिंह का सियासी सफर 

  • कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को हुआ था।
  • 1991 में पहली बार उतरप्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
  • कल्याण सिंह दूसरी बार 1997-99 दूसरी बार मुख्यमंत्री बने।
  • उतरप्रदेश के राजनीति में हिन्दुत्व के चेहरे थे कल्याण सिंह।
  • इनके मुख्यमंत्री रहते 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वस की घटना हुयी थी। घटना के बाद इस्तीफा देना पड़ा था।
  • 2009 में समाजवादी पार्टी ज्वाइन की थी।
  • 26 अगस्त 2014 को राजस्थान के राज्पाल बने थे।
  • 1999 में बीजेपी छोड़ दी, 2004 में दोबारा बीजेपी ज्वाइन की।
  • 2004 में बुलंदशहर से बीजेपी से सांसद बने। 2009 में एटा से निर्दलीय सांसद बने।
  • 2010 में कल्याण सिंह ने अपनी पार्टी बनाई जन क्रांति पार्टी।
  • उतरप्रदेश के अतरौलि विधानसभा से कई बार विघायक रहे कल्याण सिंह। 

कल्याण सिंह के निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असम्भव: राजनाथ 
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उन्होंने अपने व्यक्तित्व व कृतित्व से समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी तथा उनके निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असंभव है। सिंह ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘‘कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश ही नहीं भारतीय राजनीति की वह कद्दावर हस्ती थे, जिन्होंने अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व से देश और समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी। उनका लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित रहा। वे उत्तर प्रदेश के अत्यंत लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में जाने गए।'' उन्होंने कहा कि जनसंघ के समय से ही कल्याण सिंह ने भाजपा को मजबूत बनाने और समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की। 

उन्होंने कहा, ‘‘श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में भी उनकी महती भूमिका के लिए उन्हें यह देश हमेशा याद रखेगा। उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए बड़ी क्षति है और मेरे लिए तो यह बहुत ही पीड़ादायक क्षण है।'' राजनाथ सिंह ने कहा कि कल्याण सिंह के निधन से उन्होंने अपना बड़ा भाई और साथी खोया है। उन्होंने कहा, ‘‘उनके निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असम्भव है। ईश्वर उनके शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस कठिन घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे।'' कल्याण सिंह का शनिवार शाम लंबी बीमारी के बाद लखनऊ में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रहे। 

कल्याण सिंह का निधन एक युग का अंत : नायडू 
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा है कि भारतीय राजनीति के एक युग का अंत हो गया है। नायडू ने शनिवार देर रात यहां जारी एक संदेश में कहा कि भारतीय अस्मिता का सम्मान, राष्ट्रवादी सोच और शोषित वर्गों के उत्थान के लिए उन्हें सदैव याद किया जायेगा। नायडू ने कहा, ‘‘ कल्याण सिंह का जाना भारतीय राजनीति के एक युग का अंत है।'' उप राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और राजस्थान और हिमाचल के राज्यपाल के रूप में उन्होंने विकास के लिए अभूतपूर्व प्रयास किए। भारतीय अस्मिता का सम्मान, राष्ट्रवादी सोच और शोषित वर्गों के उत्थान के लिए उन्हें सदैव याद किया जायेगा। नायडू ने कहा, ‘‘ दु:ख की इस घड़ी में ईश्वर उनके परिजनों को शक्ति और साहस दे। दिवंगत पुण्यात्मा को मेरी भावपूर्ण श्रद्धांजलि... ओम शांति।'' 

कल्याण सिंह का निधन भारतीय राजनीति में एक युग का अंत: नड्डा 
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन को भारतीय राजनीति में एक युग का अंत करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्होंने राष्ट्रहित और जनकल्याण को सर्वोपरि रखा तथा कभी भी अपने आदर्शों से समझौता नहीं किया। नड्डा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कल्याण सिंह ने सदैव गरीबों और वंचित वर्ग के कल्याण व अधिकारों हेतु संघर्ष किया।उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा राष्ट्रहित और जनकल्याण को सर्वोपरि रखा। उन्होंने कभी भी आदर्शों से समझौता नहीं किया। उनके पुत्र राजवीर सिंह और परिवारजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना।'' कल्याण सिंह का शनिवार शाम लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। एक अन्य ट्वीट में नड्डा ने कहा, ‘‘कल्याण सिंह का निधन भारतीय राजनीति के एक युग का अंत है। लाखों कार्यकर्ताओं को पार्टी की सेवा के लिए तैयार करने वाले ‘बाबू जी' की छवि सदैव हमारे मन-मस्तिष्क में विराजमान रहेगी। कल्याण सिंह जी ने देश की राजनीति को नयी दिशा दिखाई।'' दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रहे। 

PunjabKesari
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के निवर्तमान राज्यपाल व हम सभी कार्यकर्ताओं के मार्गदर्शक व प्रेरणास्रोत आदरणीय श्री कल्याण सिंह ‘बाबूजी' जी के निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि. उनका निधन भारतीय राजनीति एवं भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है।”
PunjabKesari
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ट्वीट करते हुए कहा, “कल्याण सिंह जी के निधन से आज हमने एक ऐसा विराट व्यक्तित्व खो दिया जिसने अपने राजनीतिक कौशल, प्रशासकीय अनुभव और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण से राष्ट्रीय स्तर पर एक अमिट छाप छोड़ी। वे वंचित वर्ग के उत्थान और सभी वर्गों के कल्याण को समर्पित रहे। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। अपनी सहजता व सरलता के कारण वे जनता में लोकप्रिय थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने प्रदेश के विकास को नई गति दी। राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर उनके सुदीर्घ अनुभव का लाभ दोनों राज्यों को भी मिला। उनका निधन राजनीति के एक युग का अंत है।“

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “हमने क्षितिज पर चमकते हुए एक सितारे को खो दिया है जिसने कभी सनातन को रोशन किया था। काश, धर्म के लिए सत्ता को ठुकराने वाले कल्याण सिंह मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में राम जन्मभूमि पर पूजा कर पाते…भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। ॐ शान्ति।” 

 

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!