Edited By Mamta Yadav,Updated: 21 Jul, 2025 11:43 PM

उत्तर प्रदेश में मैनपुरी जिले के भोगांव क्षेत्र के एक गांव में एक पुराने मकान की खुदाई के दौरान ब्रिटिशकालीन सिक्के मिले है। सिक्कों पर किंग एडवर्ड सप्तम का फोटो और 1907 का सन् खुदा हुआ है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ये सिक्के ब्रिटिश काल के हैं। दो...
Mainpuri News: उत्तर प्रदेश में मैनपुरी जिले के भोगांव क्षेत्र के एक गांव में एक पुराने मकान की खुदाई के दौरान ब्रिटिशकालीन सिक्के मिले है। सिक्कों पर किंग एडवर्ड सप्तम का फोटो और 1907 का सन् खुदा हुआ है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ये सिक्के ब्रिटिश काल के हैं। दो दिन बाद जिला प्रशासन को सिक्के मिलने की जानकारी मिली। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी भोगांव से इस घटना की रिपोर्ट मांगी है।
मिट्टी से 50 से अधिक सिक्के निकले
बता दें कि सहारा गांव निवासी हरिश्चंद्र अपने खंडहर पड़े मकान की जेसीबी से खुदाई करा रहे थे। शनिवार की रात दो-तीन ट्रॉली मिट्टी की खुदाई के बाद अचानक मिट्टी से 50 से अधिक सिक्के निकले। शुरुआत में जेसीबी चालक आलोक और ट्रैक्टर चालक रमाकांत ने इन सिक्कों को आपस में बांट लिया था। इसकी जानकारी जब हरिश्चंद्र के धेवते गोविंद को हुई, तो वह दोनों चालकों के पास पहुंचे और सभी सिक्के वापस ले लिए। बाद में गोविंद ने 10 सिक्के जेसीबी चालक आलोक को और पांच सिक्के ट्रैक्टर चालक रमाकांत को वापस दे दिए। ग्रामीणों के मुताबिक, जैसे ही सिक्के मिलने की खबर आसपास के लोगों को हुई, यह चर्चा क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। आसपास के ग्रामीण इस जगह को देखने के लिए आने लगे हैं। कई लोगों ने अधिक सिक्के मिलने और उन्हें छुपाने की बात भी कही है।
जहां सिक्के मिले हैं, वहां पहले राजा का परिवार रहा करता था
उल्लेखनीय है कि जहां सिक्के मिले हैं, वहां पहले राजा का परिवार रहा करता था और ब्रिटिश काल तक यहां काफी चहल-पहल थी। यह क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से काफी चर्चित रहा है। सिक्कों पर किंग एडवर्ड सप्तम का फोटो और 1907 सन् खुदा होना उनके ब्रिटिश कालीन होने की पुष्टि करता है। जानकारों का कहना है कि बिछवां क्षेत्र, जिसमें सहारा गांव आता है, पुराने समय में काफी समृद्ध रहा है। यहां बाजार गुलजार हुआ करते थे और आगरा व दिल्ली के यात्री सुल्तानगंज, सहारा व करीमगंज में ठहरने के बाद ही आगे बढ़ते थे। पूर्व में भी यहां नौवीं सदी के अवशेष मिल चुके हैं।
ग्रामीणों के अनुसार, गांव सहारा के काफी लोग महाराजा तेज सिंह के किले में काम करते थे और उनकी सेना में शामिल घुड़सवार व करिंदा भी इस क्षेत्र के गांवों में रहते थे। मैनपुरी के जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें सहारा गांव में सिक्के मिलने की जानकारी मिली है और उन्होंने एसडीएम भोगांव को इसकी जानकारी करने के लिए कहा है।