Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 09 Mar, 2021 11:26 AM
उत्तर प्रदेश कानपुर के बिकरू गांव में हुए विकास दुबे कांड को लेकर गुर्गों के बयान चौबेपुर और पनकी पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत जेल में जाकर दर्ज किए हैं। बयानों में यह
कानपुरः उत्तर प्रदेश कानपुर के बिकरू गांव में हुए विकास दुबे कांड को लेकर गुर्गों के बयान चौबेपुर और पनकी पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत जेल में जाकर दर्ज किए हैं। बयानों में यह जानकारी मिली कि विकास के पास असलहें को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली।
बता दें कि विकास दुबे की मदद करने वाले गुर्गों के बयान चौबेपुर और पनकी पुलिस ने जेल में जाकर दर्ज किए। आरोपितों ने बयान में कबूला कि उन्होंने विकास और उसके गुर्गों की मदद की थी। साथ ही कहा कि अगर वह कुख्यात और उसके गुर्गों की मदद नहीं करते तो वह जान से मार देता।
गौरतलब है कि एसटीएफ ने एक सप्ताह पूर्व विकास के मददगारों में शिवली निवासी विष्णु कश्यप, धनीरामपुर रूरा निवासी अमन शुक्ला, अभिनव तिवारी उर्फ चिंकू, डंडीकला भिंड निवासी मनीष यादव उर्फ शेरू, करियाझाला झींझक निवासी संजय परिहार, मंगलपुर निवासी शुभम पाल और तुलसीनगर रसूलाबाद निवासी रामजी उर्फ राधे को गिरफ्तार कर शिव त्रिपाठी की सेमीऑटोमेटिक राइफल समेत असलहों का जखीरा बरामद किया था। बिकरू कांड की मूल एफआईआर में नाम बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।