Edited By Purnima Singh,Updated: 16 May, 2025 01:07 PM

उत्तर प्रदेश के आगरा से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। इस मामले ने सभी के पसीने छुटा दिए हैं। पूरा मामला आगरा के एक आम परिवार का है .....
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। इस मामले ने सभी के पसीने छुटा दिए हैं। पूरा मामला आगरा के एक आम परिवार का है। जहां लड़के की शादी तय करवाने वाली एक महिला ने दुल्हन पक्ष की ओर से 1.20 लाख रुपये की डिमांड सामने रखी। दूल्हा पक्ष के सामने ये मांग यह कहकर रखी गई थी कि लड़की गरीब है और शादी के खर्चे पूरे करने के लिए मदद चाहिए। लड़के वालों ने जैसे-तैसे रकम का इंतजाम किया और तय तारीख पर शादी भी संपन्न हो गई।
सुहागरात से पहले दुल्हन ने कहा कि ‘रुको मैं आ रही'
शादी की सारी रस्में, मेहमानों की आवभगत, और सामाजिक रीति-रिवाज पूरी धूमधाम से निभाए गए। शादी के बाद घर में खुशियों का माहौल था। नई बहू के स्वागत में गीत गूंज रहे थे। दूल्हे ने बड़े सपनों और उम्मीदों के साथ शादी रचाई थी। शादी के बाद सुहागरात की भी बड़ी तैयारियां कर रखी थी। जैसे ही रात हुई, सुहागरात से पहले दुल्हन ने दूल्हे को कहा कि ‘रुको मैं आ रही।'
दुल्हन लेकर आई दूध, और कर दिया कांड
दुल्हन रसोई गई और दूध का गिलास ले आई। दुल्हन ने सास और पति को दूध पिलाया, जिसमें नशीली दवा मिली हुई थी। सास तुरंत बेहोश हो गई और पति भी नींद में डूब गया। फिर उसने चुपचाप अपने साथ लाए बैग में नकदी और गहनों को भरा। रात के अंधेरे में, जब पूरा घर गहरी नींद में था, दुल्हन ने घर का मुख्य दरवाजा खोलकर बाहर खड़े बाइक सवार के साथ फरार हो गई। सुबह जब नींद खुली, तो घरवालों के होश उड़ गए।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
परिवार ने जब घर की तलाशी ली तो लगभग 1.30 लाख रुपये की नकदी और सोने-चांदी के गहने गायब पाए गए। सगाई में दी गई अंगूठी, चांदी के पायल, चैन और अन्य गहनों का कहीं अता-पता नहीं था। जिसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो देखा गया कि एक महिला बाइक पर सवार होकर जा रही थी। बाइक का नंबर भी फुटेज में साफ दिखाई दिया, जिसे आधार बनाकर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
फर्जी आधार कार्ड और नकली रिश्तेदार
शुरुआती जांच में यह चौंकाने वाली बात सामने आई कि दुल्हन ने शादी के समय जो आधार कार्ड दिया था, वह भी फर्जी था। इतना ही नहीं, शादी में शामिल हुए जो लोग मामा-मामी, चाचा-चाची बनकर आए थे, वे भी फर्जी निकले। फिर पीड़ित परिवार ने एक स्थानीय जनप्रतिनिधि से संपर्क किया, जिनके हस्तक्षेप के बाद एफआईआर दर्ज की जा सकी। फिलहाल पुलिस टीम गिरोह के पीछे लगी हुई है।