Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 Jan, 2020 06:46 PM
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में गणतंत्र दिवस के अवसर पर रविवार को आयोजित कार्यक्रम में कुलपति के भाषण के दौरान कुछ छात्रों ने विरोध स्वरूप नारेबाजी की। कड़ी सुरक्षा के बीच विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कुलपति तारिक मंसूर जब...
अलीगढ़ः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में गणतंत्र दिवस के अवसर पर रविवार को आयोजित कार्यक्रम में कुलपति के भाषण के दौरान कुछ छात्रों ने विरोध स्वरूप नारेबाजी की। कड़ी सुरक्षा के बीच विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कुलपति तारिक मंसूर जब अपना भाषण समाप्त कर रहे थे, तभी कुछ छात्रों ने उन्हें हटाने की मांग करते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान छात्रों के दो गुटों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। उसके बाद सुरक्षाकर्मी नारेबाजी कर रहे छात्रों को अपने साथ प्रॉक्टर कार्यालय ले गए।
कुलपति ने अपने भाषण के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में गत 15 दिसंबर को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के मामले में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों पर हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में एएमयू के छात्रों के उग्र प्रदर्शन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। स्टूडेंट्स कोआर्डिनेशन कमेटी के प्रवक्ता अनसब आमिर ने संवाददाताओं को बताया कि कुलपति के भाषण के दौरान विरोध जताने वाले छात्रों को विश्वविद्यालय के सुरक्षा स्टाफ ने पकड़ कर जबरन पुलिस थाना पहुंचा दिया।
हालांकि ताहिर आजमी, रफीउद्दीन, सुधीर गुलाटी और ए एम फराज नाम के छात्रों को अब रिहा कर दिया गया है। इसके पूर्व, कुलपति ने अपने भाषण में कहा कि वह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दर्जे को संरक्षित करने की कसम लेते हैं। परिसर में हाल में हुई घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण थी। वह हमेशा अपने छात्रों के साथ रहे हैं और आगे भी रहेंगे। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय किसी भी मुद्दे पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन की कानून के दायरे में रहकर इजाजत देने के लिए कृत संकल्प है। इसके पूर्व, शनिवार रात पुलिस ने विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक प्रोफेसर तारिक उस्मानी के घर पर छापा मारा।
पुलिस का कहना है कि उसने उस्मानी के बेटे शरजील उस्मानी की तलाश के सिलसिले में वह दबिश दी है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र शरजील के खिलाफ गत 16 जनवरी को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ है।