Edited By Pooja Gill,Updated: 12 Nov, 2024 10:02 AM
लखनऊ: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गिरफ्तार संदिग्ध मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम एवं चार अन्य आरोपियों को 19 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और मुंबई...
लखनऊ: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गिरफ्तार संदिग्ध मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम एवं चार अन्य आरोपियों को 19 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और मुंबई अपराध शाखा ने शूटर शिवकुमार (20) तथा उसके चार साथियों को उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के नानपारा से गिरफ्तार किया। बाबा सिद्दीकी पर शूटर शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा ने ही ताबड़तोड़ गोलियां दागी थीं। इस मामले में एसटीएफ ने एक नया खुलासा किया। एसटीएफ की पूछताछ में शूटर शिवा ने बताया कि उसने पहली बार गोलियां चलाई थी और वारदात के बाद वह वहां था।
शूटर शिवा
वारदात के बाद मैं वहां थाः शूटर शिवा
एसटीएफ के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी शिव कुमार ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह और धर्मराज कश्यप एक ही गांव के हैं। शिवा ने स्वीकार किया कि उसने ही आस्ट्रेलिया निर्मित ग्लाक पिस्टल से बाब सिद्दीकी पर छह गोलियां चलाई थीं, जिनमें तीन मिस कर गई थीं। तीन गोलियां बाबा सिद्दीकी को लगी थीं। यह भी बताया कि उसे बाबा सिद्दीकी व उनके बेटे जीशान को मारने की सुपारी दी गई थी। वह और उसके साथी जब वारदात को अंजाम देने पहुंचे थे, तब गाड़ी में केवल बाबा सिद्दीकी ही थे। बाबा सिद्दीकी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उन्हें तीन गोलियां लगने की पुष्टि हुई थी। शिवा ने बताया कि वारदात के बाद वह टी-शर्ट बदल कर मौके पर लौटा था और काफी देर तक आसपास रह कर पुलिस की गतिविधियों को देख रहा था। पुलिस अधिकारियों के लिए उसके बयान हैरान करने वाले हैं।
शूटरों को आगे और बड़े टास्क व रकम दिलाने का मिला था भरोसा
एसटीएफ के मुताबिक, शिवा ने पुलिस को बताया कि वह पुणे में एक कबाड़ की दुकान में काम करता था। उसकी और शुभम लोनकर की दुकान एक-दूसरे के बगल में थी। शुभम लोनकर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता है और उसने (लोनकर ने) स्नैप चैट के जरिए कई बार उसकी (शिवा की) लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से बात कराई थी। उसने बताया कि सिद्दीकी की हत्या के बाद उसे 10 लाख रुपये और साथ ही हर महीने कुछ न कुछ मिलने वाला था। लारेंस के भाई अनमोल ने कहा था कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उनके गिरोह का नाम काफी बढ़ जाएगा और मुंबई में अच्छी वसूली होगी। उसने शूटरों को आगे और बड़े टास्क व रकम दिलाने का भी भरोसा दिलाया था। पुलिस को शिवा का कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है। पुलिस ने इस हत्या के सिलसिले में अब तक 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।