Edited By Ramkesh,Updated: 05 Feb, 2023 09:40 AM

रामचरित मानस पर अभद्र टिप्पणी के मामले में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है तो वहीं समाजवादी पार्टी में अब पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के विरोध में आवाज उठने लगा है। वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलीम...
प्रयागराज: रामचरित मानस पर अभद्र टिप्पणी के मामले में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है तो वहीं समाजवादी पार्टी में अब पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के विरोध में आवाज उठने लगा है। वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी ने रामचरितमानस पर की गई टिप्पणी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एक कार्यक्रम में मंच से बोलते हुए कहा है कि मैंने गीता और कुरान को कभी लड़ते नहीं देखा जबकि गीता और कुरान के नाम पर लड़ने वालों को कभी उसे पढ़ते नहीं देखा है।
दूसरे धर्म के बारे में टिप्पणी करने की इजाजत नहीं
उन्होंने कहा कि संविधान किसी को दूसरे धर्म के बारे में टिप्पणी करने की इजाजत नहीं देता। उन्होंने सपा नेता ने स्वामी प्रसाद मौर्य को नसीहत देते हुए कहा कि रामचरितमानस को लेकर हो रही बयानबाजी से पार्टी को नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि पार्टी ऐसी रणनीति तैयार करे कि वोट ना बटे। सलीम इकबाल शेरवानी ने कहा कि ‘मैं एक मुसलमान हूं और इस देश में अगर मैं अपने आपको सुरक्षित महसूस करता हूं, एक सेकुलर मुल्क में रहता हूं, तो इसका पूरा क्रेडिट 80 फ़ीसदी हिंदुओं को जाता है। उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 5 -6 सालों में मुल्क का माहौल खराब करने की कोशिश की गई।
रामचरितमानस पर अभद्र टिप्पणी को लेकर हिन्दू संगठन कर रहा है विरोध
बता दें कि रामचरित मानस पर अभद्र टिप्पणी करने और उसकी प्रतियां जलाने के विरोध में हिंदू समाज ने एक पद यात्रा निकालकर आक्रोश व्यक्त किया। यात्रा में शामिल लोगों का कहना था कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर अभद्र टिप्पणी कर हिंदू संगठनों में आक्रोश फैला दिया है और उनके समर्थकों द्वारा रामचरितमानस की प्रतियां भी जलाई गई जिससे हिंदू समाज को भारी ठेस पहुंची है। हिंदूवादी संगठनों द्वारा राधा कृष्ण मंदिर से एक पदयात्रा निकाली गई। यह पदयात्रा राधा कृष्ण मंदिर से चलकर छोटा चौराहा घंटाघर चौराहा शास्त्री माकेर्ट गंज चौराहा सिनेमा चौराहा गांधी पाकर् चौराहा होती हुई नगर के सुभाष तिराहे पर पहुंचकर संपन्न हुई। पदयात्रा के दौरान अभद्र टिप्पणी और उनकी प्रतियां जलाने वालों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी। स्वामी प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।