Edited By Ajay kumar,Updated: 23 Sep, 2019 08:53 AM
समाजवादी पार्टी (सपा) ने चुनाव आयोग से अगले महीने रामपुर विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर वहां के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को हटाकर दूसरे अधिकारियों की तैनाती की मांग की है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) ने चुनाव आयोग से अगले महीने रामपुर विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर वहां के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को हटाकर दूसरे अधिकारियों की तैनाती की मांग की है।
सपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला से मिलकर रामपुर में विधानसभा उपचुनाव में निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव के लिए वहां के जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक को तत्काल हटाकर दूसरे अधिकारियों की तैनाती की मांग की। प्रतिनिधिमण्डल में विधानसभा में सपा और विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी विधान परिषद में नेता विरोधी दल अहमद हसन और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी शामिल थे।
राजेंद्र चौधरी ने बताया की प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से कहा कि निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश के 11 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव 21 अक्टूबर को कराने की घोषणा की है। इन 11 विधानसभा क्षेत्रों में रामपुर विधानसभा क्षेत्र भी शामिल है। रामपुर में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने जिस प्रकार दहशत का माहौल उत्पन्न कर रखा है उससे वहां निष्पक्ष चुनाव हो पाना असम्भव है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में समाजवादी प्रतिनिधिमण्डल ने कहा कि रामपुर के जिला प्रशासन और जिला पुलिस द्वारा एक सोची समझी रणनीति के तहत लोकसभा चुनाव के बाद सांसद, मोहम्मद आजम खां, उनकी पत्नी, उनके बेटों, रिश्तेदारों एवं समर्थकों के विरूद्ध फर्जी मुकदमे दर्ज कराने का सिलसिला शुरू करते हुए अब तक 86 मामले दर्ज कराए जा चुके हैं। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को आजम खां और उनके परिवार और रिश्तेदारों के विरूद्ध की जा रही कार्यवाही का विवरण भी दिया।