Edited By Ajay kumar,Updated: 16 Nov, 2019 02:14 PM
1990 में अयोध्या बाबरी मस्जिद पर कोठारी बन्धुओं ने भगवा लहराया था। जिसके बाद उन्होंने पुलिस की फायरिंग में अपनी जान गंवा दी थी। वहीं अब सुप्रीम का फैसला आने के बाद कोठारी बन्धुओं की बहन पूर्णिमा को...
भदोही: 1990 में अयोध्या बाबरी मस्जिद पर कोठारी बन्धुओं ने भगवा लहराया था। जिसके बाद उन्होंने पुलिस की फायरिंग में अपनी जान गंवा दी थी। वहीं अब सुप्रीम का फैसला आने के बाद कोठारी बन्धुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी ने राम मंदिर निर्माण में सरकार से अपनी भी भूमिका सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि संगठन और ट्रस्ट उन्हें भी कोई कार्य करने का आदेश करे तो वो अपना कार्य करना चाहेंगी।
बता दें कि उन्होंने यह बातें शनिवार रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जाने से पहले भदोही में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि 1990 में उनके दोनों भाइयों की शहादत हुई थी। उन्होंने सबसे पहले गुम्बद पर भगवा फहराया था। ऐसे में माना जाता है कि इसलिए टारगेट करते हुए उन्हें गोली मारी गई। लेकिन राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट से आये फैसले से उन्हें जीवन की सबसे बड़ी खुशी मिली है। आज जब भी राममंदिर का जिक्र आता है तो देश उनके भाइयों की शहादत को याद करता है जो सुखद है।
विधायक नेस्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
पूर्णिमा ने कहा कि भाइयों को गवाने का दुख है। लेकिन उनकी शहादत के बाद परिवार ने संकल्प लिया कि राम मंदिर के लिए जब भी कार्य सेवा होगी तो परिवार उसमें भाग लेगा। मां और बाबू जी के साथ कार्य सेवा में भी उन्होंने भाग लिया। सरकार की तरफ से किसी मांग को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे सवाल पर उन्होंने कहा कि वो सरकार से निवेदन करती हैं। कि हमारा परिवार हमेशा मंदिर निर्माण के लिए किए गए कार्यो में शामिल रहा। ऐसे में जब मंदिर निर्माण होने जा रहा है तो उनकी भी भूमिका सुनिश्चित करते हुए संगठन या ट्रस्ट की तरफ से कोई कार्य करने का आदेश मिले तो वो अपना कार्य करना चाहती हैं। इस दौरान भदोही के भाजपा विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी भी उपस्थित रहे। विधायक ने पूर्णिमा कोठारी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।