Edited By Mamta Yadav,Updated: 16 Jul, 2025 09:27 PM

vसावन के महीने में कांवड़ यात्रा का बहुत महत्व है और इस यात्रा में दिव्यांग और छोटे-छोटे बच्चे उत्साह से भाग ले रहे हैं। ऐसे में कांवड़ यात्रा में दिव्यांगों की भागीदारी एक प्रेरणादायक दृश्य है। वे भी भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने और...
Prayagraj News, (सैय्यद आकिब रजा): सावन के महीने में कांवड़ यात्रा का बहुत महत्व है और इस यात्रा में दिव्यांग और छोटे-छोटे बच्चे उत्साह से भाग ले रहे हैं। ऐसे में कांवड़ यात्रा में दिव्यांगों की भागीदारी एक प्रेरणादायक दृश्य है। वे भी भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने और जलाभिषेक करने के लिए कांवड़ लेकर जा रहे है। श्रावणी मेले में जाने को तो अनेक तरह के कांवरिया प्रयागराज के दशाश्वमेध घाट से जल भरकर शिवधाम जलाभिषेक करने जा रहे हैं।
इसी क्रम में प्रतापगढ़ जिला के एक कांवरिया जो दोनों पैरों से दिव्यांग होते हुए भी मन मैं बाबा भोले पर आस्था और विश्वास के साथ बोल बम का जयकारा लगाते हुए बाबा धाम को रवाना हो गए। वहीं श्याम ने कहा कि 5 सालों से बाबा को जल चढ़ाते है और कहते है कि हमको बहुत खुशी होती है। साथ ही ये भी कहते है कि अपने परिवार की सुख समृद्धि और देश की रक्षा की कामना करके हम 5 सालों से बाबा को जल चढ़ाने जाते हैं।
प्रयागराज के दशाश्वमेध घाट पर कावड़िया जल भरने को पहुंच रहे हैं। वही कांवड़ियां यहां से जल भर कर बाबा विश्वनाथ व अन्य शिवधाम पहुंचते और बाबा भोले को जल चढ़ाएंगे और सबसे खास बात यह है कि इन कावड़ियों में कांवड़ लेकर बच्चे भी शिवधाम जलाभिषेक करने के लिए जा रहे हैं। एक माह चलने वाले इस धार्मिक आयोजन में बच्चे भी उत्साह से भाग लेते नजर आ रहे है। मन में आस्था और विश्वास के साथ बोल बम नारा लगाते हुए ये नन्हे बच्चे भोले नाथ के प्रति अपनी आस्था प्रकट करते नजर आ रहे हैं और घर परिवार की सुख समृद्धि और अपनी पढ़ाई की कामना लेकर बाबा धाम जा रहे हैं।