Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 21 May, 2020 10:53 PM
एक तरफ देश में कोरोना वायरस को लेकर हाहाकार मचा हुआ है तो वहीं दूसरी ओर बसों को लेकर शुरु हुआ शह और मात का खेल सियासत की मैदान में अपनी जड़ें मजबूत करता जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस महासचिव व योगी सरकार के बीच चल...
लखनऊः एक तरफ देश में कोरोना वायरस को लेकर हाहाकार मचा हुआ है तो वहीं दूसरी ओर बसों को लेकर शुरु हुआ शह और मात का खेल सियासत की मैदान में अपनी जड़ें मजबूत करता जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस महासचिव व योगी सरकार के बीच चल रहा विवाद अभी रुका नहीं था कि बस को लेकर राजस्थान की गहलोत सरकार ने UP सरकार को 36 लाख से ज्यादा का बिल भेज दिया है। कोटा से बच्चों को यूपी भेजने को लेकर राजस्थान सरकार ने यह बिल भेजा है।
बिल का तुरंत भुगतान करे UP सरकार
बता दें कि ये बिल उन छात्रों के नाम से भेजा गया है, जिन्हें राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों द्वारा कोटा (राजस्थान) से UP छोड़ा गया था। राजस्थान सरकार ने बिल भेज कर कहा है कि UP सरकार इसका तुरंत भुगतान करे।
पहले ही UP सरकार से 19 लाख ले चुकी है राजस्थान सरकार
बिल में यह भी कहा गया है कि राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने कोटा में फंसे UP के छात्रों के लिए 70 बसें उपलब्ध कराई थी। इसके लिए 36,36,664 रुपए का खर्चा आया है। हालांकि राजस्थान सरकार की बसें जब छात्रों को लेने कोटा पहुंची थी, तभी डीजल के लिए UP सरकार से 19 लाख रुपए ले लिया था, बावजूद इसके फिर से भारी भरकम बिल भेज दिया है। कोटा में करीब 12,000 छात्र लॉकडाउन में फंसे थे। जिन्हें UP सरकार ने घर पहुंचाया था। UP सरकार ने 560 बसें भेजी थीं। सरकार को उम्मीद थी कि इतनी बसों से बच्चों की वापसी हो जाएगी। पर बच्चों की संख्या अधिक थी। लिहाजा आनन-फानन में राजस्थान राज्य परिवहन निगम से कुछ बसों की मदद ली थी।