Edited By Deepika Rajput,Updated: 17 Mar, 2019 03:43 PM
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा और रालोद गठबंधन के लिए 7 सीटें छोड़ी हैं।
लखनऊः लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा और रालोद गठबंधन के लिए 7 सीटें छोड़ी हैं। राजबब्बर ने कहा कि कांग्रेस मैनपुरी, कन्नौज, फिरोजाबाद, अखिलेश यादव की सीट (अगर चुनाव लड़ते हैं तो), मायावती की सीट (अगर चुनाव लड़ती हैं तो), अजित सिंह और जयंत चौधरी की सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारेगी। वहीं कृष्णा पटेल की अपना दल के लिए गोंडा और पीलीभीत की सीट छोड़ी गई हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी विपक्ष की बात नहीं सुनना चाहती है। वहीं विपक्ष के कुछ साथियों ने उनके लिए 2 सीटें छोड़ी हैं, लेकिन हमने उनका सम्मान करते हुए 7 सीटें छोड़ी हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हमने जन अधिकार पार्टी के साथ 7 सीटों पर गठबंधन किया है। उनमें से JAP 5 पर और हम 2 पर लड़ेंगे। राजबब्बर ने कहा कि झांसी, चंदौली, एटा, बस्ती और एक अन्य सीट पर JAP उम्मीदवार किस्मत आजमाएंगे, जबकि गाजीपुर एवं एक अन्य पर उसके उम्मीदवार कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर मैदान में उतरेंगे।
शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से तालमेल ना करने के सवाल पर बब्बर ने कहा कि बीजेपी को केंद्र की सत्ता से दूर रखने की हर मुमकिन कोशिश की जाएगी। इस रणनीति के तहत जमीनी नेताओं को साथ लिया जाएगा और ऐसे किसी भी दल अथवा नेता का साथ कांग्रेस हरगिज नहीं देगी जिससे जाने अनजाने में बीजेपी को लाभ मिलता हो।
उल्लेखनीय है कि, उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा और रालोद एक साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरे हैं। सीटों पर बनी सहमति के तहत राज्य में सपा 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि बसपा 38 सीटों पर लड़ने जा रही है। मथुरा, मुजफ्फरनगर और बागपत 3 सीट रालोद के खाते में गई हैं। वहीं रायबरेली और अमेठी लोकसभा क्षेत्र को कांग्रेस के लिए छोड़ा गया है।