Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 06 Mar, 2021 01:32 PM
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक प्राइवेट हॉस्पिटल की अमानवीयता देखने को मिली है। जहां इलाज के लिए पूरी रकम ना दे पाने पर अस्पताल ने 3 साल की बच्ची को ऑपरेशन टेबल से बिना पेट का सिले ही बाहर कर दिया गया। इलाज के अभाव से...
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक प्राइवेट हॉस्पिटल की अमानवीयता देखने को मिली है। जहां इलाज के लिए पूरी रकम ना दे पाने पर अस्पताल ने 3 साल की बच्ची को ऑपरेशन टेबल से बिना पेट का सिले ही बाहर कर दिया गया। इलाज के अभाव से बच्ची की हालत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया। इस मामले की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने मामले की जांच के आदेश दिए है।
बता दें कि करेली इलाके के रहने वाले ब्रह्मदीन मिश्रा की 3 साल की बेटी को पेट में बीमारी थी। जिसके चलते मां-बाप ने इलाज के लिए बच्ची को धूमनगंज के रावतपुर एक बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। बच्ची के पेट का ऑपरेशन किया गया। बच्ची के पिता के मुताबिक इस ऑपरेशन का डेढ़ लाख रुपए ले लेने के बाद भी हॉस्पिटल प्रशासन ने पांच लाख की डिमांड की। जब रुपए नहीं दे पाए तो बच्चे सहित हॉस्पिटल प्रशासन ने परिवार को बाहर भेज दिया और कहा अब इसका इलाज यहां नहीं हो पाएगा। इसके बाद बेटी को लेकर कई हॉस्पिटल तक गए, लेकिन सभी हॉस्पिटलों में बच्ची को लेने से मना कर दिया गया। कहा गया कि बच्ची की हालत बहुत क्रिटिकल है, वह नहीं बच पाएगी। बच्ची जिंदगी की जंग हार गई और उसने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया।
मृतक बच्ची के पिता का आरोप है कि डॉक्टर्स ने बच्ची के ऑपरेशन के बाद सिलाई, टांका नहीं किया और परिवार को ऐसे ही सौंप दिया। इसी वजह से दूसरे हॉस्पिटल ने बच्ची को लेने से मना कर दिया। बाद में इलाज के अभाव में बच्ची ने दम तोड़ दिया।