Edited By Mamta Yadav,Updated: 06 Jun, 2022 09:40 PM
सामाजिक वानिकी वन प्रभाग के वन अधिकारी डीएफओ संजीव कुमार ने सोमवार को बताया कि हरदोई नहर वॉच में ददोल पुल के समीप मिले बाघिन के शव को आईवीआरआई, बरेली ले जाया गया है। आईवीआरआई के चिकित्सक उसका पोस्टमार्टम कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट लगभग 10 से 15...
पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के जंगल में तीन दिन पहले मिले एक बाघिन के शव को पोस्टमार्टम के लिये बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) भेज दिया गया है।
सामाजिक वानिकी वन प्रभाग के वन अधिकारी डीएफओ संजीव कुमार ने सोमवार को बताया कि हरदोई नहर वॉच में ददोल पुल के समीप मिले बाघिन के शव को आईवीआरआई, बरेली ले जाया गया है। आईवीआरआई के चिकित्सक उसका पोस्टमार्टम कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट लगभग 10 से 15 दिन के बाद मिल सकेगी। तभी उसकी मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
वन प्रभाग के क्षेत्राधिकारी अयूब हसन के अनुसार तीन दिन पूर्व हरदोई ब्रांच नहर में घुघचाई क्षेत्र के दंदोल पुल के समीप झाड़ियों में एक बाघिन का शव मिला था। शनिवार और रविवार को अवकाश होने के कारण बाधिन का शव डीप फ्रीजर में रखवा दिया गया था, जिसे सोमवार को पोस्टमार्टम के लिए बरेली स्थित आईवीआरआई भेजा गया।
हरदोई ब्रांच नहर के ददौल पुल के पास वर्ष 2012 में भी बाघ का शव नदी में झुकी पेड़ की टहनियों में फंसा मिल चुका है। अब तक सात बाघों के शव नहर में मिल चुके हैं। बाघों के लिए यह नहर कब्रगाह बनती जा रही है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व में स्वच्छंद विचरण करने वाले वन्यजीवों की असमय मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। वन अधिकारियों का कहना है कि वन्य जीवों की मौत के पीछे अब तक जानवरों की हत्या के सबूत नहीं मिले है।