Edited By Ramkesh,Updated: 26 Mar, 2025 07:24 PM

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महान राणा सांगा विवाद को लेकर सफाई दी है। उन्होंने एक्स पर कहा कि समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय और समतामूलक समाज की स्थापना में विश्वास करती है। हम कमजोर से कमजोर हर एक व्यक्ति को भी सम्मान दिलाना चाहते है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महान राणा सांगा विवाद को लेकर सफाई दी है। उन्होंने एक्स पर कहा कि समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय और समतामूलक समाज की स्थापना में विश्वास करती है। हम कमजोर से कमजोर हर एक व्यक्ति को भी सम्मान दिलाना चाहते है।
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य किसी इतिहास पुरुष का अपमान करना नहीं हो सकता। समाजवादी पार्टी मेवाड़ के राजा राणा सांगा की वीरता और राष्ट्रभक्ति पर कोई सवाल नहीं कर रही। भाजपा ने इतिहास के कुछ विषयों को सदैव राजनीतिक लाभ उठाने के लिए और देश को धार्मिक-जातिगत आधार पर विभाजित करने के लिए इस्तेमाल किया है। हमारे सांसद ने सिर्फ एक पक्षीय लिखे गये इतिहास और एक पक्षीय की गई व्याख्या का उदाहरण देने की कोशिश की है। हमारा कोई भी प्रयास राजपूत समाज या किसी अन्य समाज का अपमान करना नहीं है।
आज के समय में बीते कल की मतलब ‘इतिहास’ की घटनाओं की व्याख्या नहीं की जा सकती। राज काज के निर्णय अपने समय की परिस्थितियों की मांग के हिसाब से लिए जाते थे। इतिहास की घटनाओं के आधार पर आज की लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं चल सकती। भाजपा सरकार को अपनी भेदकारी आदत को सुधार कर जनता के रोज़ी-रोज़गार, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर कुछ ध्यान देना चाहिए।
गौरतलब है कि आगरा में कथित तौर पर एक दक्षिणपंथी संगठन से जुड़े लोगों ने राणा सांगा को लेकर हाल में दिए गए विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में आए समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन के घर पर बुधवार को हमला किया। रामजी लाल सुमन के बेटे रणजीत ने आरोप लगाया कि करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हरिपर्वत चौराहे के पास स्थित उनके घर में घुसकर खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। उन्होंने कहा कि लाठी-डंडे और तलवार लिए हमलावरों ने परिसर में खड़ी कारों में भी तोड़फोड़ की।
रणजीत ने कहा, “सोशल मीडिया पर कई दिनों से उनके पिता के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। दो दिन से यह धमकी दी जा रही थी कि राज्यसभा सदस्य के आवास का घेराव किया जाएगा।” रणजीत ने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि धमकी देने वालों को संरक्षण दिया। घटना पर अभी पुलिस या प्रशासन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हाल ही में सुमन का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्हें कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि राणा सांगा ‘गद्दार' थे, जिन्होंने बाबर को इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था। राणा सांगा 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक थे।