Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 22 Dec, 2021 06:08 PM
आइआइटी और चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CSA ) ने मिलकर एक ऐसा अनोखा रोबोट तैयार किया है, जो कि फसलों में लगी बीमारियों और मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों
कानपुरः आइआइटी और चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CSA ) ने मिलकर एक ऐसा अनोखा रोबोट तैयार किया है, जो कि फसलों में लगी बीमारियों और मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों का पता लगाने में सहायता करेगा। उनका कहना है कि इस रोबोट की मदद से किसानों को फायदा होगा। जिसके कुछ विशेष ट्रायल के बाद अगले दो महीने में इस रोबोट को लांच करने को कहा गया है।
सीएसए के प्रधान ने बताया कि अलग-अलग मौसम में फसलों को कई तरह की बीमारियां लगने का खतरा रहता है। जिसके लिए विभिन्न रसायनों का छिड़काव की जरुरत होती है, लेकिन हमें पता नहीं चल पाता कि कब फसल को बीमारी लगने वाली है , इसकी जानकारी होने पर काफी समय लग जाता है। इसी समस्या के देखते हुए आइआइटी ने सेंसर प्रणाली पर आधारित रोबोट का आविष्कार किया है। इस रोबोट में लगे सेंसर मिट्टी में मौजूद कणों जैसे नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम आदि पोषक तत्वों का पता लगाने में और मौसम के अनुसार पौधों व पत्तियों की फोटो खींचकर पौधे में लगी बीमारियों का पहले ही पता लगा सकेगा। जिससे किसान पहले ही अपनी फसल को बीमारी लगने से बचा पाएंगे और इससे उनकी फसल का नुकसान भी नहीं होगा।
सूचना के अनुसार, आइआइटी की तरफ से दो तरह के रोबोट तैयार किए जा रहे हैं। ये रोबोट पूरी तरह से रिमोट संचालित होगा। जिसमें एक रोबोट की ऊंचाई करीब डेढ़ फीट और दूसरे रोबोट की 3 से 4 फीट ऊंचाई बताई जा रही है।संयुक्त निदेशक शोध डॉ. एसके विश्वास ने बताया कि रिमोट से इन रोबोट को खेत के विभिन्न हिस्से में चलाया जा सकेगा। जिन खेतों में पौधे लाइन में लगे होते हैं, उनमें रोबोट को आसानी से चलाया जा सकता है, लेकिन जिन खेतों में पौधे लाइन में नहीं होते, उनमें मेड़ पर चलाया जाएगा।