Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 18 May, 2020 03:40 PM
प्रवासी मजदूरों के आगे रोजी-रोटी का संकट तो आ ही रहा है, ऐसे में पलायन करने पर मजबूर मजदूर उपेक्षा का भी शिकार हो रहे हैं। रास्ते में ना जाने वह कितनी मुसीबतों से जूझ रहे हैं। आलम ये है कि...
प्रयागराजः प्रवासी मजदूरों के आगे रोजी-रोटी का संकट तो आ ही रहा है, ऐसे में पलायन करने पर मजबूर मजदूर उपेक्षा का भी शिकार हो रहे हैं। रास्ते में ना जाने वह कितनी मुसीबतों से जूझ रहे हैं। आलम ये है कि न तो उनके जीते जी कोई कीमत समझी जा रही है न ही मरने के बाद। इसी कड़ी में बीते शनिवार को औरैया हादसे के मृत मजदूरों के शवों के साथ जो व्यवहार हुआ वो अमानवीयता की सारी सीमाएं लांघ गया।
मजदूरों के साथ शवों को ट्रकों में भरकर झारखंड रवाना कर किया गया
दरअसल, औरैया हादसे में अपनी जान गंवाने वाले मृतक मजदूरों के शवों को ट्रकों में भरकर झारखंड रवाना कर दिया गया। शवों के साथ घायल मजदूरों को भी बिठा दिया गया। इस मामले को गर्माता देख यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। कहा- इसमें जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस पर किया ट्वीट
वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि यह स्थिति अमानवीय एवं अत्यंत संवेदनहीन है। झारखंड की सीमा में प्रवेश करते ही घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करें। साथ ही मृतकों के पार्थिव को पूरे सम्मान के साथ उनके घर तक पहुंचाने का इंतजाम कर सूचित करें।
ट्वीट के बाद हरकत में आया प्रशासन
हेमंत सोरेन के ट्वीट के बाद हरकत में आए प्रशासन ने प्रयागराज में दिल्ली-हावड़ा नेशनल हाईवे पर रोका गया। जिसके चलते ट्रक करीब 5 घंटे तक खड़े रहे। इसको लेकर ड्राइवर ने कहा कि शवों से इतनी दुर्गंध आ रही थी आगे भी बैठना मुश्किल हो रहा था। बताया जा रहा है कि 17 शवों को 3 ट्रकों में भरकर झारखंड के बोकारो और पश्चिम बंगाल भेजा गया था। इनमें से 12 शव झारखंड भेजे जाने थे। शवों को शव वाहन में शिफ्ट कर उन्हें रवाना किया गया।
मायावती ने भी इस पर जताई नाराजगी
ये मामला संज्ञान में आने के बाद मायावती ने पर ट्वीट कर इस पर नाराजगी जताई। मायानती ने लिखा कि औरैया, यूपी की भीषण दुर्घटना में मारे गए मजदूरों व घायलों को इकट्ठा ट्रक में भरकर उनके घर भेजने की हृदयहीनता पर उभरा जन आक्रोश उचित ही है। इससे साबित होता है कि सीएम के निर्देशों को गंभीरता व संवेदनशीलता से नहीं लिया जा रहा है। अति-दुःखद। दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।
भूख-प्यास आदि के दृश्य मानवता को शर्मसार कर रहे- मायावती
अगले ट्वीट में मायावती ने लिखा कि इतना ही नहीं बल्कि देश में अभी भी हर जगह लाखों गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों की बर्बादी, बदहाली व भूख-प्यास आदि के दृश्य मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। खासकर ऐसे महाविपदा के समय में इन लोगों पर पुलिस व प्रशासन की बर्बता को रोकना केन्द्र व राज्य सरकारों के लिए बहुत जरूरी है।