Edited By Ramkesh,Updated: 02 Dec, 2024 03:49 PM
यमुना प्राधिकरण में वर्षों से लंबित विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को यहां के किसान दिल्ली कूच करने के लिए सीमा पर डटे हुए हैं। दिल्ली की ओर कूच करने के प्रयास में उनकी पुलिस के साथ झड़प हुई तथा दिल्ली से सटी सीमाओं...
नोएडा: यमुना प्राधिकरण में वर्षों से लंबित विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को यहां के किसान दिल्ली कूच करने के लिए सीमा पर डटे हुए हैं। दिल्ली की ओर कूच करने के प्रयास में उनकी पुलिस के साथ झड़प हुई तथा दिल्ली से सटी सीमाओं पर भीषण जाम लग गया है। दिल्ली कूच के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली और अन्य वाहनों पर आए किसानों ने अपने अपने संगठन के बैनर तले, नोएडा में महामाया फ्लाईओवर के पास एकत्र होकर नारेबाजी की।
पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास किया और इस दौरान किसानों की उनके साथ झड़प हुई। पुलिस ने उन्हें नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल के गेट नंबर दो पर रोक दिया है और किसान वहीं बैठ कर अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगा रहे हैं। पुलिस ने बताया कि यातायात को अन्य मार्गों की तरफ मोड़ दिया गया है जिससे नोएडा से दिल्ली की तरफ जाने के लिए चिल्ला, कालिंदी कुंज, डीएनडी सीमा पर वाहनों की लंबी कतार देखी जा रही है।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉ. रुपेश वर्मा ने दावा किया कि मोर्चा अबकी बार किसानों की मांगों को हर हाल में पूरी करवा कर वापस लौटेगा। उन्होंने बताया कि किसान अधिगृहित जमीन के एवज में मिलने वाले सात प्रतिशत और पांच प्रतिशत भूखंड के बदले 10 प्रतिशत भूखंड आवंटन की मांग कर रहे हैं। उनकी मांगों में नये भूमि अधिग्रहण कानून के सभी लाभों को लागू करना भी शामिल है। उन्होंने कहा कि 10 फीसदी भूखंड आवंटन का मसला वर्षों से लंबित है।