Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 22 Feb, 2021 06:18 PM

कहते हैं कि टैलेंट किसी बड़े संस्थान में पढ़ने की मोहताज नहीं होती है। छोटे या सरकारी स्कूलों में भी पढ़ने वाले बच्चों में भी ये कूट-कूट कर भरा होता है। जो बड़ों-बड़ों को
प्रयागराजः कहते हैं कि टैलेंट किसी बड़े संस्थान में पढ़ने की मोहताज नहीं होती है। छोटे या सरकारी स्कूलों में भी पढ़ने वाले बच्चों में भी ये कूट-कूट कर भरा होता है। जो बड़ों-बड़ों को पीछे छोड़ देता है। कुछ ऐसा ही दिखा प्रयागराज के नन्हे राजू कनौजिया में, जो कि सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं।
बता दें कि राजू प्राथमिक विद्यालय केला के छात्र हैं। राजू को उत्तर प्रदेश के 75 जिलों का नाम फर्राटे के साथ याद है। आश्चर्यजनक है कि राजू जिलों के नाम को सुनाते वक्त एक बार भी नहीं गड़बड़ाता है...और फर्राटे के साथ सबका नाम बोल जाता है। राजू के पिता का नाम भाईलाल व माता का नाम मीनादेवी है। छोटा सा राजू बड़ी सीख देता है।