Edited By Deepika Rajput,Updated: 09 Oct, 2019 11:38 AM
झांसी एनकाउंटर को लेकर सवालों के घेरे में आई पुलिस ने ट्वीट कर पुष्पेंद्र यादव के आपराधिक इतिहास की जानकारी को साझा किया है। पुलिस का दावा है कि एनकाउंटर से पहले पुष्पेंद्र के खिलाफ 2 मुकदमे दर्ज थे। इतना ही नहीं ट्रक के अवैध खनन में 2 बार उसका...
झांसीः झांसी एनकाउंटर को लेकर सवालों के घेरे में आई पुलिस ने ट्वीट कर पुष्पेंद्र यादव के आपराधिक इतिहास की जानकारी को साझा किया है। पुलिस का दावा है कि एनकाउंटर से पहले पुष्पेंद्र के खिलाफ 2 मुकदमे दर्ज थे। इतना ही नहीं ट्रक के अवैध खनन में 2 बार उसका चालान भी हो चुका था।
पुलिस के अनुसार पुष्पेंद्र पर 2014 में एक मुकदमा मारपीट और गाली गलौज का था। वहीं 2015 में उसपर महिला को भगा ले जाने का मुकदमा दर्ज हुआ। दोनों ही मुकदमों के बाद पुष्पेंद्र पर निरोधात्मक कार्रवाई हुई थी। एक अन्य ट्वीट में पुलिस ने जानकारी दी कि 2018 में दो बार अवैध खनन में पुष्पेंद्र के ट्रक का चालान हुआ था।
उल्लेखनीय है कि, झांसी पुलिस ने बालू खनन में शामिल पुष्पेंद्र यादव को जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर गुरसराय इलाके में मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस ने दावा किया था कि मुठभेड़ से कुछ घंटे पहले पुष्पेंद्र ने कानपुर झांसी राजमार्ग पर मोंठ के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान पर गोली चलाई थी। झांसी के पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने कहा था कि पुष्पेंद्र अवैध खनन कार्य में शामिल था। 29 सितंबर को थानाध्यक्ष द्वारा उसके कुछ ट्रक जब्त किए जाने के बाद उनसे उसकी कहासुनी भी हुई थी।
रविवार को पुष्पेंद्र यादव, विपिन और रविंद्र के खिलाफ मोंठ और गुरसराय पुलिस थाने में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई। वहीं दूसरी तरफ, समाजवादी पार्टी ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए आरोप लगाया कि पुष्पेंद्र को पुलिस ने उस समय मार डाला जब वह अपने ट्रक छुड़ाने थानाध्यक्ष के पास आया था।